ग्वालियर। ग्वालियर के महलगांव इलाके में एक आटो चालक अपनी आटो में पांच मासूम बच्चियों को बैठाकर उनके साथ अश्लील हरकत कर रहा था। एक बच्ची रोने लगी तो उसका मुंह दबाकर चुप कराने लगा। तभी यहां एक महिला आ गई, महिला ने जब देखा तो बच्चियों ने पूरी घटना बताई। इसके बाद तो आरोपित को महिला ने पकड़ लिया। आसपास रहने वाले लोग आ गए, उसे पहले जमकर पीटा। फिर यूनिवर्सिटी थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया। देर रात तक थाने पर लोगों की भीड़ मौजूद थी। इस मामले में यूनिवर्सिटी पुलिस आरोपित पर छेड़छाड़ और पाक्सो एक्ट की धाराओं में एफआइआर दर्ज की है।
जानकारी के अनुसार बात दे यूनिवर्सिटी थाना के सीएसपी रत्नेश सिंह तोमर ने बताया कि महलगांव में पानी की टंकी बनी हुई है। यहां आसपास रहने वाले बच्चे खेलते हैं। गुरुवार को पांच बच्चियां यहां खेल रही थी। बच्चियों की उम्र चार वर्ष से लेकर छह वर्ष के बीच में थी। रात करीब आठ बजे यहां आटो चालक आया। उसने पानी की टंकी के पास आटो रोकी, इसके बाद वह बच्चियों के पास गया। बच्चियों के पास जाकर उन्हें टाफी देने का लालच दिया। बच्चियां उसके पास आ गईं, बच्चियों को लेकर वह आटो में ले गया। आटो में बैठाकर पहले कुछ दूरी पर ले गया। बच्चियों के परिजन घरों के अंदर थे। यहां उसने बच्चियों के साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दी। एक बच्ची के कपड़े उतारने की कोशिश की तो बच्ची रोने लगी। तभी एक महिला यहां से गुजरी। महिला की नजर उस पर पड़ी तो महिला दंग रह गई। आरोपित महिला के साथ अश्लील हरकत कर रहा था। इसके बाद तो महिला ने उसे पकड़ लिया। आरोपित ने महिला को धक्का देने की कोशिश की तो शोर मचाया। आसपास रहने वाले लोग यहां आ गए। लोगों ने उसे पीटा, फिर पुलिस को सूचना दी। यूनिवर्सिटी थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया। रात में इस मामले में यूनिवर्सिटी पुलिस ने एफआइआर दर्ज की। जब आरोपित से पूछताछ की तो उसने अपना नाम अरविंद रावत निवासी भितरवार बताया। वह ग्वालियर में गुढ़ा-गुढ़ी का नाका इलाके में किराए से रहता है। वह आटो चलाता है।
बालिकाएं बोलीं-अश्लील वीडियो भी दिखाए़जिब बच्चियों से उसके बारे में पूछताछ की गई तो बच्चियों ने बताया कि करीब सात दिन पहले भी यही आटो चालक आया था। उसने टाफी का लालच देकर आटो में बैठाया, बच्चियों को मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाकर गलत हरकत करने की कोशिश की थी। फिर बच्चियों को डराया कि अगर किसी को कुछ बताया तो उनके साथ गलत होगा। बच्चियों ने कुछ नहीं बताया। उसने दोबारा यह हरकत की तो बच्चियां डर गई। तभी वह पकड़ा गया।