ग्वालियर। ग्वालियर शहर के कैंसर पहाड़िया स्थित शीतला सहाय इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस यानी सिम्स अस्पताल में एक सीआरपीएफ के जवान की संदिग्ध हालातों में हुई मौत के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उनके स्वजन की सभी रिपोर्ट ठीक आई हैं। उनकी अस्पताल से सोमवार को छुट्टी भी होने वाली थी ऐसे में सिम्स अस्पताल में किन हालातों में सीआरपीएफ जवान अशोक कुमार श्रीवास की मौत हुई। इसे अस्पताल प्रबंधन स्पष्ट नहीं कर रहा है ।अस्पताल प्रबंधन कभी बाथरूम में उन्हें अटैक आने की बात कहता है तो कभी वेंटिलेटर पर उनके दम तोड़ने की बात कहता है। परिजनों ने सिम्स अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। इसके बाद पुलिस भी वहां पहुंच गई और जांच का भरोसा देकर किसी तरह मामले को शांत कराया। दरअसल अशोक कुमार श्रीवास सीआरपीएफ में एएसआई के रूप में पदस्थ थे। उनकी ड्यूटी जम्मू में थी।
लेकिन वह पिछले कुछ दिनों से सीआरपीएफ के हेड क्वार्टर पनिहार में आए हुए थे। यहां उनकी तबीयत कुछ गड़बड़ हुई उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। परिजनों ने उन्हें 19 जुलाई को सिम्स अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया था। रिपोर्ट सही आने के बाद उन्हें सोमवार को डिस्चार्ज किया जाना था। लेकिन रविवार सुबह अचानक घर वालों के पास फोन पहुंचा कि अशोक कुमार का देहांत हो गया है। अस्पताल वाले इसे हार्टअटेक भी बता रहे हैं। बार-बार अस्पताल प्रबंधन के बयान बदलने से परिजन आक्रोशित हो गए उन्होंने स्थिति स्पष्ट नहीं करने के कारण वहां काफी देर तक हंगामा किया। पुलिस ने इस मामले में कहा है कि अस्पताल प्रबंधन से बात की जा रही है जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वही सीआरपीएफ जवान के परिवार के लोगों का कहना है कि पुलिस अस्पताल प्रबंधन का साथ दे रही है। इस मामले में परिजन राकेश का कहना है कि पुलिस को वह डाक्टरों खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं लेकिन पुलिस फिलहाल मर्ग कायम कर रही है वहीं थाना प्रभारी संजीव नयन शर्मा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि किसी की लापरवाही से मरीज की मौत हुई या अथवा कोई और कारण रहा है।