सतना। उसे अपनी उम्र से 10 साल छोटे शख्स से मोहब्बत हो गई थी, दोनों काफी आगे बढ़ गए थे और उन्होंने हदें भी पार कर ली थीं लेकिन अचानक उनकी राह में रोड़ा आ गया। उसके ससुर को नाजायज ताल्लुकात की खबर लग गई लिहाजा न केवल ससुर ने पाबंदियां लगाना शुरू कर दिया बल्कि दोनों प्रेमियों की नजदीकी का जरिया बनी जमीन भी बेचने की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन इससे पहले की ससुर अपने इरादे में कामयाब हो पाता, बहू ने अपने कम उम्र आशिक के साथ मिलकर अपनी राह का रोड़ा ही हटा दिया। उसने अपने ससुर की हत्या कर दी। पारिवारिक मर्यादा और रिश्तों को तार-तार कर देने वाला यह मामला सतना जिले के रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के ग्राम रघुनाथपुर में सामने आया है।
रघुनाथपुर में रहने वाले किसान रामबली सिंह 72 साल की 28 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। उसका शव खेत में पड़ा मिला था। उसके गले में खरोंच के निशान थे और नाक से खून बह रहा था। सूचना मिलने पर पहुंची रामपुर थाना पुलिस ने जांच शुरू की। पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण पता चला तो तफ्तीश आगे बढ़ी। गांव के कई लोगों के साथ मृतक से मिलने जुलने वाले और उसके परिजन भी पुलिस के रडार पर आए, लिहाजा उनसे भी पूछताछ की गई। इसी दौरान रघुनाथपुर में ही रहने वाले लाल प्रताप सिंह पिता उग्रसेन प्रताप सिंह और मृतक की बहू गुड्डन सिंह के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। दोनों को पूछताछ के लिए बैठाया गया लेकिन पहले तो दोनों गोलमोल जवाब देते रहे लेकिन जब पूछताछ का अंदाज बदला तो रामबली सिंह की मौत का पूरा किस्सा खुल कर सामने आ गया। लाल प्रताप और गुड्डन ने जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उन्होंने ही रामबली की हत्या की है।
रामपुर थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि रामबली की बहू गुड्डन सिंह पटेल 50 साल का पति बच्चन सिंह पंचायत सचिव है। मृतक और आरोपी लाल प्रताप सिंह के खेत आपस में सटे हैं। खेत की देखरेख और आने जाने के दौरान 50 साल की गुड्डन को अपनी उम्र से 10 साल छोटे लाल प्रताप सिंह से मोहब्बत हो गई थी। दोनों के बीच पिछले 10 वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध बने थे लेकिन अब उनके इस नाजायज सम्बन्ध की जानकारी रामबली को हो गई थी। वह इस पर ऐतराज भी जताता था और गांव- समाज में लोगों से इस पर बात भी करता था। रामबली का यह बर्ताव दोनों को नागवार गुजरता था। इसी बीच रामबली ने अपनी नातिन की शादी के लिए वह जमीन बेचने की बात करना शुरू कर दिया था। गुड्डन को डर था कि अगर उसके ससुर ने जमीन बेच दी तो अपने प्रेमी से उसकी मुलाकात का जरिया ही खत्म हो जाएगा, लिहाजा उसने लाल प्रताप के साथ मिलकर अपने ससुर की हत्या की योजना बना डाली।
बीती 28 फरवरी को जब रामबली खेत पर मवेशियों के लिए चारा लेने चला गया, तब गुड्डन ने अपने आशिक लाल प्रताप को फोन कर वारदात को अंजाम देने के लिए खेत पर बुलाया। जब वे वहां पहुंचे तो रामबली चारा काट रहा था। गुड्डन ने जो साड़ी पहन रखी थी, उसी का फंदा रामबली के गले में फंसा कर 2 बार लपेटा और फिर दोनों ने मिलकर फंदे को खींच दिया। रामबली की मौके पर ही मौत हो गई। गुड्डन और लाल प्रताप घर आ गए और घटना से अंजान बन गए।