राजगढ़। राजगढ़ में कर्ज के जाल से बाहर निकलने के लिए पति ने खतरनाक साजिश रची। उसने पहले पत्नी का बीमा करवाया, फिर 5 लाख की सुपारी देकर बदमाशों से उसकी हत्या करा दी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया। मामला राजगढ़ के कुरावर थाना इलाके के माना जोड़ का है। 26 जून को पूजा मीणा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। साजिश रचने वाला आरोपी उसका पति बद्रीप्रसाद मीणा है। उसने न केवल शातिराना अंदाज में पूजा की हत्या करवाई, बल्कि मौसेरे भाई को इस मामले में फंसाने की भी कोशिश की।
राजगढ़ एडिशनल SP मनकामना प्रसाद ने बताया कि बद्रीप्रसाद पर 40 से 50 लाख रुपए का कर्ज था। उसने यह कर्ज उतारने के लिए पत्नी का 35 लाख रुपए का बीमा कराया। बद्री इस बीमा राशि से कर्ज चुकाना चाहता था। उसने बीमा की राशि को हड़पने के लिए पत्नी की हत्या की साजिश रची। गोलू मीणा, शाकिर शाह और हुनरपाल सिंह को 5 लाख रुपए में पत्नी की सुपारी दे दी। तीनों ने गोली मारकर पूजा की हत्या कर दी। वारदात का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी बद्रीप्रसाद और हुनरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गोलू और शाकिर फरार हैं। ये दोनों पुलिस के रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर हैं।
जानकारी के अनुसार बात दे 26 जुलाई को वारदात वाली रात 9:30 बजे बद्रीप्रसाद, पूजा को बाइक पर बैठाकर लेकर गया। साजिश के हिसाब से बद्रीप्रसाद ने कुरावर थाना इलाके के माना जोड़ के पास बाइक खराब होने का बोल कर रोक दी। वह बाइक ठीक करने का बहाना करने लगा और पत्नी को सड़क पर बैठने को कहा। जैसे ही, पूजा सड़क पर बैठी, आसपास छिपे गोलू, शाकिर, हुनरपाल ने कट्टे से पूजा को गोली मार दी।
पत्नी की हत्या करवाने के बाद बद्रीप्रसाद ने साथियों से कहकर अपनी कमर पर डंडे से मारने के निशान बनवाए। हत्या की पूरी फिल्मी कहानी रच डाली। बद्रीप्रसाद ने पुलिस को घटना की गलत जानकारी देते हुए मौसेरे भाई समेत चार लोगों पर झूठा आरोप लगा दिया, ताकि बीमा के 35 लाख रुपए ले सके।
घटना के बाद बद्रीप्रसाद की रिपोर्ट पर पुलिस ने चार बेगुनाह लोगों पर केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने वारदात के समय की चारों आरोपियों की मोबाइल लोकेशन निकाली। दो लोगों की लोकेशन गांव में निकली। 1 व्यक्ति की लोकेशन रतलाम में मिली। इससे ये पता लगा कि ये आरोपी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने पूजा के पति बद्रीप्रसाद मीणा की सीडीआर निकाली। हत्या वाले दिन उसकी किस-किस से बात हुई, जिसमें पता चला कि पत्नी की हत्या से पहले बद्रीप्रसाद की तीन लोगों से दिन में कई बार बात की है। इसके आधार पर पुलिस ने बद्रीप्रसाद को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।