भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.कैलाश जोशी के पुत्र और शिवराज सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी शनिवार को भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे। वे पिता की तस्वीर लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के भोपाल स्थित श्यामला हिल्स स्थित आवास पर समर्थकों के साथ पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। उन्होंने शुक्रवार को देवास में पत्रकारवार्ता कर भाजपा पर पिता और अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया। हालांकि, उन्हें मनाने के दिनभर प्रयास होते रहे, पर उन्होंने साफ कर दिया कि वे अपने निर्णय पर अडिग हैं।
जोशी ने मीडिया के सामने यह साफ कर दिया कि वे किसी पद या टिकट के लिए कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं। वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन यदि पार्टी कहेगी तो शिवराज सिंह चौहान के सामने बुधनी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। देवास जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस इस बार दम दिखाएगी। मेरे पिता ने शुचिता की राजनीति की, लेकिन अब भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। सरकार में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है। देवास जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी को लेकर कई बार प्रश्न उठाए, पर जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। सत्ता और संगठन के समक्ष कई बार यह बात रखी, पर कोई सुधार नहीं हुआ, इसलिए पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया है।
उधर, पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने जोशी को मनाने का अंतिम प्रयास किया। उन्होंने ट्वीट कर उनसे अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और पिता के सींचे हुए वट वृक्ष की छांव में रहने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि कैलाश जोशी हमेशा कहा करते थे कि अपने परिवार में जो भी जाने अनजाने भूल चूक हुई हो तो उसे मिल बैठकर बात कर सुधार करना चाहिए, न कि परिवार से दूर जाना चाहिए। मैं व्यक्तिगत प्रयास करूंगा कि आपके सम्मान में कमी न आए। मुझे भरोसा है कि मेरे आग्रह पर पुनर्विचार जरूर करोगे।