इंदौर। क्रिसमस के अवसर पर शहर में कई जगहों पर उत्सव मनाए जा रहे थे, वहीं भंवरकुआं थाने के पास हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहने एक जोमैटो डिलीवरी बॉय के कपड़े उतरवाए।
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक, सुमित हार्डिया ने बताया कि भंवरकुआं और टावर चौराहे के बीच कई डिलीवरी बॉय खड़े थे, जिनमें से कुछ सेंटा क्लॉज की ड्रेस पहने हुए थे। जब उनसे इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह ड्रेस उन्हें कंपनी की ओर से पहनने के लिए दी गई थी।
हार्डिया ने आगे बताया कि हमने डिलीवरी बॉय को यह समझाया कि हिंदू त्योहारों के समय भगवा पहनने का क्या कारण है, जबकि जोमैटो से सबसे ज्यादा डिलीवरी हिंदू ही करवाते हैं। इस ड्रेस को पहनकर वे क्या संदेश देंगे? इसके बाद डिलीवरी बॉय अर्जुन ने बताया कि कंपनी ने उसे यह ड्रेस पहनने को कहा था, लेकिन हिंदू जागरण मंच के दबाव में उसे सेंटा क्लॉज की ड्रेस उतारनी पड़ी।
महिला मजिस्ट्रेट के मकान पर कब्जा, केस दर्ज
तेजाजी नगर पुलिस ने महिला मजिस्ट्रेट की शिकायत पर केस दर्ज किया है, जिसमें आरोप है कि एक व्यक्ति ने उनके मकान पर जबरन कब्जा कर लिया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस के अनुसार, महिला मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) का मकान खंडवा रोड स्थित श्री कृष्ण विहार कॉलोनी में है, और वह खुद होम लोन की किस्तें चुका रही हैं।
उन्होंने इस मकान की देखरेख के लिए पूर्व न्यायाधीश एमपी तिवारी को इसकी चाबी सौंपी थी। आरोपित उमंग नीमा ने मकान किराए पर लिया था और बाद में उसे खाली करने से इंकार कर दिया। एक बार उसने मकान खाली किया, लेकिन बाद में ताला तोड़कर फिर से घुस गया और मजिस्ट्रेट को ब्लैकमेल करने की कोशिश की।
आरोप है कि उसने मजिस्ट्रेट को धमकी दी कि शासकीय सेवक को आसानी से नौकरी से निकाला जा सकता है और एक शिकायत पर जांच भी बैठाई जा सकती है। इसके बाद उसने मकान बेचने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। 21 दिसंबर को हुए एक विवाद में आरोपित ने धक्का-मुक्की की, जिससे महिला मजिस्ट्रेट घायल हो गईं।