भोपाल : कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के बीच डेल्टा प्लस के मामले लगातार मामले सामने आ रहे हैं। भोपाल में शुक्रवार को डेल्टा प्लस का आठवां मामला सामने आया है। बैरागढ़ निवासी 25 साल के युवक के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। राहत की बात यह है कि युवक स्वस्थ है और घर पर है।
इस बीच चिंता की बात यह है कि डेल्टा+ के वैरिएंट मिलने के बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को अलर्ट जारी किया था। इसमें संक्रमण को रोकने के लिए भीड़ को नियंत्रित करने, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने, ट्रैक, ट्रेस और ट्रीट करने पर तेजी से काम करने की सलाह दी थी। इसके बावजूद ग्राउंड में काम करने वाले अधिकारियों को राज्य सरकार की तरफ से चार दिन बाद भी कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार से दिशा निर्देश मिलने पर उनका पालन कराया जाएगा। सभी सिर्फ तैयारी करने की बात कह रहे हैं।
नए डेल्टा प्लस वैरियंट की पुष्टि होने वाले बैरागढ़ निवासी युवक 5 जून को संक्रमित हुआ था। उसका एक निजी अस्पताल में 9 दिन इलाज चला। जिसके बाद वह स्वस्थ्य होकर घर चला गया। युवक को वैक्सीन नहीं लगी है। उसके संपर्क में आने वाले भी स्वस्थ हैं। हालांकि अब जिला प्रशासन उसकी काॅन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करा रहा है।
प्रदेश में भोपाल में 3, उज्जैन में 2, रायसेन में 2 और अशोकनगर में 1 व्यक्ति में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने की पुष्टि हुई है। इसमें से उज्जैन में एक महिला और अशोक नगर के एक युवक की मौत हो चुकी है। दोनों ने वैक्सीन नहीं लगाई थी।भोपाल के अनलॉक होने के साथ ही अब लोग बेपरवाह होते जा रहे हैं। बाजारों में भीड़ से साफ देखा जा सकता है कि सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। वहीं, कई लोग मास्क लगा रहे हैं तो वह भी ठीक से नहीं लगा रहे।