भोपाल। द केरल स्टोरी’ पर विवाद जारी है। इस बीच, फिल्म पर तत्काल बैन लगाने की मांग के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। सर्वोच्च अदालत ने याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया। याचिका में कहा गया है कि यह फिल्म नफरत फैलाने का काम करती है।
बॉलीवुड की अपकमिंग मूवी ‘द केरल स्टोरी’ अपने टीजर लॉन्च होने के बाद से ही काफी चर्चा में है। पिछले साल नवंबर में इस फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था। फिल्म को सुदीप्तो सेन ने निर्देशित किया है। वहीं ये फिल्म 5 मई को रिलीज होने जा रही है। खबर है कि इस फिल्म पर काफी विवाद के बाद अब सेंसर बोर्ड ने ए सर्टिफिकेट दे दिया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने कथित तौर पर फिल्म से 10 सीन को भी हटा दिया है। हालांकि इसकी पुष्टि होना बाकी है। उनमें केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ एक इंटरव्यू वाला सीन भी हटाया गया है। उस समय केरल के मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन बताए जाते हैं।
बताया जा रही है कि 10 सीन को कथित तौर पर हटा दिया गया है, जिसमें सभी हिंदू देवताओं के बारे में बोले गए डायलॉग और उनके बारे में गलत जिक्र किया गया है। कुछ बातों को स्पष्ट रूप से चुटकी लेते हुए भी कहा गया था। इतना ही नहीं एक डायलॉग में कहा गया है कि भारतीय कम्युनिस्ट सबसे बड़े पाखंडी हैं। बताया जा रहा है कि अब इसमें से भारतीय शब्द हटा दिया गया है। वहीं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ इंटरव्यू वाले सीन में वे कहते हुए नजर आते हैं कि अगले दो दशकों में केरल एक मुस्लिम बहुल राज्य बन जाएगा क्योंकि युवाओं को इस्लाम में परिवर्तित होने का लिए प्रभावित किया जा रहा है।
सीबीएफसी ने आदेश देते हुए इस पूरे इंटरव्यू सीन को फिल्म से हटाने का आदेश दिया था। टीजर रिलीज के बाद से ही इस फिल्म को लेकर काफी विवाद शुरू हो गया था। वहीं हाल ही में इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है। फिल्म में 32000 लड़कियों के गायब होने की कहानी को दिखाया गया है। फिलहाल केरल सरकार और विपक्षी नेताओं ने राज्य में फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है। फिल्म मेकर्स का कहना है कि इस फिल्म को यदि दर्शक सिनेमाघरों में नहीं देख पाएंगे तो ओटीटी पर देखेंगे।