नई दिल्ली। गाय, भैंस, और बकरी के दूध के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में गधी के दूध का भी बड़ा व्यवसाय है? बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे आईटी हब में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। यहां गधी का दूध 5000 से 7000 रुपये प्रति लीटर तक बिकता है। इसका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स में हो रहा है। गुजरात के एक व्यक्ति ने इस पर व्यवसाय शुरू किया, जिसकी देशभर में चर्चा हो रही है।
गधी के दूध का व्यवसाय कैसे करें
गधी के दूध का व्यवसाय शुरू करना आसान है। कुछ लाख रुपये निवेश कर इस व्यवसाय को शुरू किया जा सकता है। गुजरात के धीरेन ने 20 गधियों के साथ इसे शुरू किया, और अब उनके फार्म में 40 गधियां हैं।
गधी के दूध से कई तरह से कमाई की जा सकती है। इस दूध को प्रोसेस करके मिल्क पाउडर बनाया जा सकता है, जिसकी कीमत एक लाख रुपये प्रति किलो तक होती है। दक्षिण भारत में इसकी भारी मांग है।
केरल और कर्नाटक में ब्यूटी प्रोडक्ट कंपनियां इस मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करती हैं, जो बाजार में महंगे दामों में बिकता है। इसे त्वचा का रंग निखारने और चेहरे की झुर्रियां खत्म करने में उपयोगी माना जाता है। कई स्वास्थ्य उत्पादों में भी गधी के दूध का या इससे बने पाउडर का इस्तेमाल होता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर कंट्रोल, ब्लड सर्कुलेशन सुधारने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक हैं।
गधी के दूध के अन्य लाभ
गधी का दूध नवजात शिशुओं के लिए लाभकारी माना गया है। पत्रिका ‘पशुधन प्रहरी’ के अनुसार, गधी के दूध में गाय के दूध की तुलना में कम वसा, अधिक खनिज और लैक्टोज होता है। इसके उच्च विटामिन, खनिज और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यह हृदय और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है, साथ ही इसमें प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं।