ग्वालियर। प्रदेश में ठंड ने दस्तक देना शुरू कर दिया है मौसम में हो रहे बदलाव के चलते कड़कनाथ मुर्गों की डिमांड बढ़ने लगी है ऐसे में लोगों के बीच कड़कनाथ बेहद लोकप्रिय होता नजर आ रहा है विभिन्न प्रकार के प्रोटीन और शरीर को ताकत देने वाले तत्व होने के कारण कड़कनाथ मुर्ग लोगों के लिए पसंद का कारण बनता जा रहा है।ग्वालियर के कृषि विज्ञान केंद्र में मुर्गी पालन इकाई पर इन दिनों प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से मुर्गी पालन करने वाले पशुपालक पहुंच रहे हैं जिसका कारण सर्दियां शुरू होते ही कड़कनाथ मुर्गों की बढ़ती डिमांड है कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ के. राजपूत ने बताया कि सर्दियों के अलावा वर्ष- भर अब कड़कनाथ की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है सर्दियों में इसकी डिमांड और अधिक बढ़ जाती है जिसका मुख्य कारण सर्दियों में यह शरीर को एनर्जी देता है और इसमें व्यग्र जैसा एक तत्व पाया जाता है जिसके कारण भी इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है
इसके अलावा यह मुर्गा पूरी तरह से काला होता है इसके पंख नाखून और मिट भी पूरी तरह से काला होता है इसके अलावा इसका खून भी काला होता है जो शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है जिसके कारण बच्चों में एनीमिया के दौरान यह बेहद फायदेमंद साबित होता है इतना ही नहीं इसमें प्रोटीन की मात्रा भी 25% से अधिक होती है इसके अलावा इसमें कोलेस्ट्रोल का लेवल बेहद कम रहता है जो की सबसे फायदेमंद बात है इतना ही नहीं शरीर में होने वाली कई तरह की बीमारियों के लिए डॉक्टर भी कभी-कभी कड़कनाथ का मीट प्रिसक्राइब करते हैं ताकि दवाइयां के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सके। केवल कड़कनाथ मुर्गा ही नहीं बल्कि इसका अंडा भी स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है और शरीर में होने वाली कमजोरी को बहुत जल्दी दूर भी करता है।
उन्होंने बताया कि यही कारण है कि लोकल के लोग तो रोजाना बड़ी खेत में लेने आते ही हैं इसके अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी लोग कड़कनाथ की डिमांड करके चूजे ले जाते हैं उन्होंने बताया कि अभी भी कुछ साइंटिस्ट और लोग यहां पर मौजूद हैं जो बड़ी संख्या में कड़कनाथ के चूजे लेकर जाएंगे।