इंदौर। डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जो व्यक्ति के सामान्य जीवन को प्रभावित कर देती है। डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को दिन-रात एंजायटी और पैनिक अटैक जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। कुछ लोगों में यह समस्या शाम होते ही बढ़ जाती है, जिसे इवनिंग ब्लूज कहा जाता है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
नाइट टाइम डिप्रेशन के लक्षण
– अकेलापन और खालीपन का एहसास
– नकारात्मक विचारों का आना
– भूख में कमी
– नींद न आना
– थकान और ऊर्जा की कमी
– निर्णय लेने में कठिनाई
– ध्यान केंद्रित करने में समस्या
– पसंदीदा चीजों में रुचि खत्म होना
नाइट टाइम डिप्रेशन के कारण
1.अत्यधिक रोशनी में रहना
रात के समय अधिक लाइट में रहने से शरीर को सोने के संकेत नहीं मिलते। इससे मेलाटोनिन हार्मोन का निर्माण बाधित होता है, जिससे नींद की साइकिल बिगड़ जाती है और डिप्रेशन के लक्षण बढ़ जाते हैं।
2. सोशल आइसोलेशन
अकेलेपन की स्थिति में डिप्रेशन रात के समय अधिक हावी हो जाता है।
3. नकारात्मक विचारों का बढ़ना
लगातार नकारात्मक सोचने से भी रात के समय डिप्रेशन की स्थिति गंभीर हो सकती है।
नाइट टाइम डिप्रेशन से निपटने के उपाय
1.जीवनशैली में बदलाव
– दिनचर्या में ऐसी गतिविधियां शामिल करें, जो शरीर को सक्रिय रखें और तनाव कम करें।
– स्विमिंग, रनिंग, जॉगिंग, डांसिंग जैसी गतिविधियां करें, जो शरीर को मूव करने के साथ थकान और खुशी भी दें।
2.सेल्फ केयर पर ध्यान दें
– शाम के समय हल्का मसाज लें या पैरों को नमक मिले पानी में डुबोकर आराम करें।
– इससे शरीर और दिमाग रिलैक्स होता है और नींद के लिए तैयार होता है।
3. प्रोफेशनल मदद लें
-यदि लक्षण बढ़ते जाएं और राहत न मिले, तो मनोवैज्ञानिक या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।