अहमदाबाद। गुजरात पुलिस ने एक महिला अधिकारी को अश्लील फोटो पर संदेश भेज कर परेशान करने वाले मोडासा के डिप्टी कलेक्टर मयंक पटेल को मंगलवार शाम गिरफ्तार किया है। आरोपी को सरकारी पद का दुरुपयोग का भी दोषी माना गया है। महिला की लोकेशन का पता लगाकर वह उसका पीछा करता और उसके पारिवारिक व सरकारी काम में भी दखल देने लगा था। बुधवार को स्थानीय अदालत ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया। पुलिस ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर मयंक पटेल मोडासा में नियुक्त है, पुलिस ने उसका मोबाइल फोन जप्त किया है जिसमें आपत्तिजनक अश्लील फोटो, वीडियो और अश्लील चैट बरामद हुई है। आरोपी डिप्टी कलेक्टर पीड़ित महिला अधिकारी को पिछले डेढ़ साल से परेशान कर रहा था। मयंक ने अपने एक सरकारी मोबाइल नंबर के अलावा 8 और सिम ले रखे थे जिनके जरिए वह पीड़िता व उसके पति, पुत्र वह परिवार के अन्य सदस्यों को भी गंदे व अश्लील मैसेज फोटो भेजता था।
उसके मोबाइल नंबर से महिला अधिकारी फोन नहीं उठाती तो वह दूसरे नंबर से अथवा अन्य किसी के मोबाइल से भी फोन वह वीडियो कॉलिंग कर उसे परेशान करता था। पीड़िता ने जब उसका फोन उठाना बंद कर दिया तो उसने उसके पति को फोन कर धमकी भी दी। पीड़ित महिला अधिकारी का यह भी कहना है कि मयंक ने उसके ससुर पति व पुत्र को भी आपत्तिजनक फोटो और मैसेज भेजना शुरू कर दिया था। अपराध शाखा ने आरोपी मयंक पटेल को मोडासा से मंगलवार को गिरफ्तार किया था जिसे स्थानीय अदालत ने 25 हजार रु के मुचलके पर जमानत दे दी।
अपराध शाखा के अनुसार इन दोनों की मुलाकात एक सरकारी कार्यक्रम में करीब पांच साल पहले हुई थी। आरोपी मयंक पटेल खेड़ा जिले के कपड़वंज कस्बे के पास के गांव का है। जब इन दोनों की मुलाकात हुई तब वह उप तहसीलदार था तथा जीपीएससी की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। महिला अधिकारी भी क्लास 2 अधिकारी है। 2017 में मयंक डिप्टी कलेक्टर बन गया था। मयंक ने पीड़िता के परिवार के साथ संबंध बनाकर घर आना जाना भी शुरू कर दिया था।