छतरपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एक नई पहल की है, जिसके तहत वह बागेश्वर धाम से ओरछा तक 160 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता को प्रोत्साहित करना और सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाना है। यात्रा 21 नवंबर से शुरू होगी और 30 नवंबर को समाप्त होगी। इस यात्रा के माध्यम से हिंदू एकता का नारा उठाया है और उन्होंने बांग्लादेश हिंसा जैसे मुद्दों पर अपनी स्पष्ट स्थिति को दोहराया है। उन्होंने कहा है, “बांग्लादेश में हिंदू अत्याचार का मुद्दा हो या भारत में हिंदुओं पर अत्याचार का, यह यात्रा हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास है।”
पदयात्रा में शामिल होने के इच्छुक अनुयायियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन के बाद अनुयायी यात्रा में थाली, कंबल और बिस्तर के साथ शामिल हो सकते हैं। यात्रा के दौरान एक केसरिया ध्वज भी ले जाया जाएगा, जिसे ओरछा मंदिर में चढ़ाया जाएगा। यात्रा 21 नवंबर को बागेश्वर धाम से शुरू होगी और प्रतिदिन 20 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। 30 नवंबर को ओरछा पहुंचकर यात्रा का समापन होगा। यात्रा में शामिल होने वाले लोगों को भोजन, प्रसादी और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिनका प्रबंध रजिस्ट्रेशन के आधार पर किया जाएगा।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने यात्रा के दौरान अनुयायियों के लिए उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए रजिस्ट्रेशन की अपील की है। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के माध्यम से यात्रा के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी और 8 दिनों तक यात्रा में साथ चलने वाले अनुयायियों को कंबल, बिस्तर और थाली के साथ आने की सलाह दी है।