ग्वालियर। ग्वालियर स्टेशन पर देर रात एक अजीब घटना हो गई। भोपाल से ग्वालियर आ रहे डीआईजी नींद में अपना बैग छोड़कर किसी अन्य यात्री का ट्रॉलीबैग उठा लाए। स्टेशन पर पहुंचने के बाद जब तक उन्हें गलती समझ में आई तब तक राजधानी एक्सप्रेस आगरा के लिए रवाना हो चुकी थी। आधी रात में ही डिप्टी एसएस व RPF (रेलवे पुलिस फोर्स) ग्वालियर के अधिकारियों ने इस मामले की सूचना कंट्रोल के जरिए राजधानी एक्सप्रेस के कोच टीसी व RPF को दी। ट्रेन के आगरा पहुंचने पर डीआईजी का ट्रॉलीबैग मिला और अन्य यात्री का बैग उसे वापस कर पुलिस हेंड कांस्टेबल वापस ग्वालियर लौट आया है।
भोपाल PHQ (पुलिस हेड क्वार्टर) में डीआईजी के रुप में ललित शाक्यवार पदस्थ हैं। DIG शाक्यवार भोपाल से ग्वालियर आने के लिए बैंगलुरु राजधानी एक्सप्रेस के A-1 कोच की सीट नंबर आठ पर अपने गर्नर के साथ सवार हुए थे। सफर के दौरान वे गहरी नींद में सो गए। आधी रात के बाद ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर जब कोच अटैण्डर ने उन्हें ग्वालियर में उतरने के लिए जगाया तो वह आनन-फानन में ट्रॉलीबैग लेकर उतर गए। जब वह स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंचे तो उनको अहसास हुआ कि वे भूलवश: पास की सीट पर सफर कर रहे यात्री का ट्रॉलीबैग लेकर ट्रेन के ग्वालियर पहुंचने पर उतर गए हैं, जबकि उनका बैग उसी सीट के पास रखा है। रात मेंं ही डिप्टी एसएस व आरपीएफ सहायक आयुक्त संजय सिंह की मदद से DIG का बदला गया ट्रॉली बैग आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया। वहीं ग्वालियर में छूटा यात्री का बैग संबंधित यात्री को सूचना देने के बाद दिल्ली भेज दिया गया है।
डीआईजी के अचानक पड़ोसी यात्री के बैग उठाने के मसले पर आरपीएफ व जीआरपी में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पर दबी जुबान अफसर कह रहे हैं कि नींद के चलते DIG से यह भूल हो गई। जिसका अहसास उनको तत्काल हो गया, लेकिन जब तक वह बैग बदलते ट्रेन निकल चुकी थी। हालांकि अफसरों का कहना है कि बाद में बैग बदल लिए गए हैं।