भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें ‘नपुंसक’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया है। भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, जब मीडिया ने वीडी शर्मा के आरोपों के बारे में सवाल किया कि दिग्विजय सिंह के आतंकियों से संबंध हैं, तो उन्होंने कहा, “अगर वीडी शर्मा मुझे आतंकियों का समर्थक मानते हैं, तो उनकी नपुंसकता पर मुझे निराशा होती है। ट्रिपल इंजन सरकार में होकर भी वे कोई कार्रवाई नहीं कर पाते।”
वीडी शर्मा का पलटवार
वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह के बयान का कड़ा जवाब देते हुए कहा कि “दिग्विजय सिंह की वरिष्ठता और उनके पद के हिसाब से ऐसे शब्दों का उपयोग करना सही नहीं है। आप मेरे पौरुषत्व को चुनौती देते हैं, लेकिन मैं आपके उस पौरुषत्व को चुनौती देता हूं, जो अनुसूचित जाति और जनजाति के हक को छीनकर मुसलमानों को देना चाहता है।” शर्मा ने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह की मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण है और वह ऐसे हल्के शब्दों का उपयोग नहीं करेंगे।
छतरपुर में एकतरफा कार्रवाई पर सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय सिंह ने छतरपुर में प्रशासनिक कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मुसलमानों को टारगेट कर उनके घर गिराए और एकतरफा कार्रवाई की। सिंह ने दावा किया कि भाजपा सरकार मुसलमानों को ‘एंटी नेशनल’ बताने की कोशिश कर रही है और यह संविधान के खिलाफ है।
इंदौर हाईकोर्ट में याचिका, सरकार की चुप्पी पर सवाल
दिग्विजय सिंह ने 2021 में इंदौर हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी निर्देशों के पालन के लिए गाइडलाइंस दी थीं, लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ने 3 साल से इस पर कोई जवाब नहीं दिया। सिंह ने कहा कि वे इस मामले को दिल्ली के वरिष्ठ वकीलों के साथ आगे ले जाएंगे।
दिग्विजय सिंह ने राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि “100 रुपए में से 40 रुपए रिश्वत के तौर पर बांटे जा रहे हैं। यह भाजपा और मोदी का मॉडल ऑफ गवर्नेंस है।” सिंह ने दावा किया कि गुजरात के ठेकेदार एमपी में आकर ठेके ले रहे हैं और सरकारी अधिकारी खुलेआम नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने छतरपुर की घटना को लेकर और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है और यह माहौल बनाया जा रहा है कि जैसे सरकार चाहे, वैसे ही लोगों को रहना होगा। उन्होंने आशंका जताई कि उनके और दिग्विजय सिंह के खिलाफ कभी भी मॉब लिंचिंग के रूप में एनकाउंटर हो सकता है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मध्यप्रदेश की राजनीतिक हवा और गरम हो गई है, और आने वाले दिनों में इस बयानबाजी का असर चुनावी राजनीति में देखने को मिल सकता है।