भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नरेंद्र मोदी सरकार पर आरटीआई कानून खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह, भाजपा और संघ और उनकी ‘ट्रोल सेना’ प्रश्न पूछने वालों को सोशल मीडिया पर झूठे, बिना किसी प्रमाण पोस्ट डालकर बदनाम करके डराते धमकाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि, यही रणनीति हिटलर समेत हर डिक्टेटर अपनाता रहा है। हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है।
दिग्विजय सिंह का कहना है कि, ‘RTI के माध्यम से भ्रष्टाचार के कई प्रकरण सामने आए। आज इस कानून को भी समाप्त करने की नरेंद्र मोदी जी की मंशा है, क्योंकि बुनियादी तौर पर वो लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से ग्रस्त हैं। राहुल गाँधी जी और कांग्रेस को सभी भाजपा विरोधी दलों को एक करने का पूरा प्रयास करना चाहिए। इतना ही नहीं आगे भी दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है। जिसे कांग्रेस ने सोनिया गाँधी जी के नेतृत्व में आम नागरिक को ‘सूचना का अधिकार’ शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, कानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया था।