मुरैना। मध्य प्रदेश में जनपद पंचायत के बाद जिला पंचायत के अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के चुनाव शुक्रवार को हो रहे है। इसके लिए बीजेपी-कांग्रेस जोड़ तोड़ में लग गई है। मुरैना में जिला पंचायत सदस्य का अपहरण की शिकायत हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पुलिस पर सदस्यों को जबरन पकड़कर बीजेपी को सौंपने का आरोप लगाया है।
पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते है। कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने समर्थितों को अध्यक्ष पद पर बैठाना जोड़ तोड़ में लगी हुई है। इसके लिए सदस्यों को हर तरीके से अपनी तरफ करने में दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारी जोर लगा रहे है। मुरैना के कैलारस थाने में पुलिस के सहयोग से जिला पंचायत सदस्य श्योपुर निवासी विजयनगर का अपहरण की शिकायत हुई है। शिकायत रमेश चन्द्र शाक्य ने की है। उन्होंने कहा कि मेरा भांजा संदीप शाक्य जिला पंचायत सदस्य श्योपुर को 28 जुलाई की रात आरक्षक शिवकुमार जाट एवं आरक्षक अशोक पाल जबरन घर का दरवाजा खुलवाकर ले गए। उसको कहा ले गए इसकी सूचना मुझे अभी तक नहीं दी गई है। उन्होंने संदीप शाक्य को छोड़ने और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं, इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने शिकायत की कॉपी को शेयर कर लिखा कि यह एक और प्रमाण है किस तरह से मध्य की ‘मामू’ पुलिस जिला परिषद के निर्वाचित सदस्यों को जबरन पकड़ पकड़ कर भाजपा को सौंप रही है। साथ ही दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि इसी प्रकार भोपाल जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य मोहन जाट को राजस्थान बॉर्डर पर परसों रात ढाई बजे ‘मामू’ पुलिस द्वारा बस में से उतार कर भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर छोड़ आए।