नई दिल्ली। देश में कोरोना के केस फिर से दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही है। बढ़ते कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए सरकार की चिंता बढ़ गई है। कई राज्यों में फिर से लॉकडाउन पर विचार किया जा रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में लॉकडाउन लागू किया गया है।
इस बीच नारायण हेल्थ सिटी के अध्यक्ष और कार्डियक सर्जन डॉ. देवी शेट्टी ने कोरोना के खिलाफ जंग जीतने को लेकर सुझाव दिया है। कहा है कि अगर कोरोना को मात देना है तो जरूरी है कि जल्द से जल्द 20 से 45 वर्ष के युवाओं को पहले वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में शामिल करें। ये ही कोरोना को असली सुपर-स्प्रेडर्स हैं।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपे लेख के अनुसार देवी शेट्टी ने लिखा है कि आज हम अधिशेष पीपीई, फेसमास्क, वेंटिलेटर और टीके निर्यात कर रहे हैं। पश्चिमी डॉक्टरों के अनुभव से, हमने सीखा कि ऑक्सीजन और स्टेरॉयड वेंटिलेटर की तुलना में अधिक उपयोगी हैं। हमने सीखा कि हल्के लक्षणों वाले कोविड सकारात्मक रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण बात, हमें पता चला कि यदि 70% जनता फेस मास्क ठीक से और लगातार पहनती है, तो वायरस फैलना बंद कर देगा। हम सभी कोविड से तंग आ चुके हैं। महामारी थकान एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है जिसमें लोग खुद को और दूसरों की रक्षा करने वाली प्रथाओं के बारे में कमजोर महसूस कर रहे हैं।
देवी शेट्टी ने आगे लिखा है एक अच्छा मौका है कि हम अगले छह महीनों के भीतर महामारी को रोक सकते हैं यदि हम युद्धस्तर पर बड़े पैमाने पर टीकाकरण करते हैं और 20 से 45 वर्ष के बीच के लोगों का टीकाकरण करते हैं, जो असली सुपर-फैडर हैं। देश भर के उद्योग के नेता सरकार के साथ एकजुट होते हैं और आधे देश का टीकाकरण करने के लिए तैयार रहते हैं। हम अपनी राज्य सरकारों से इस विदेशी वायरस से छिपने और इस चुनौती को पार करने के बजाय अपने लोगों की ताकत पर भरोसा करने का आग्रह करते हैं।