इंदौर। एक सितंबर से शुरू हो रही दुबई उड़ान को अब सफलता मिलना तय हो गया है। दरअसल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार ने वहां आने के लिए जरूरी पर्यटक वीजा पर से रोक हटा दी है। इससे अब यात्री एक-दो दिन में ही ई-वीजा प्राप्त कर दुबई और दूसरे शहर जा सकेंगे, लेकिन यूएई सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से मान्यता प्राप्त वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को अनुमति देने की बात कही है। इससे कोवैक्सीन लगवाने वाले लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि अब तक डब्ल्यूएचओ ने मान्यता नहीं दी है। इधर, दुबई उड़ानों के इस कदम से उत्साहित ट्रैवल एजेंटों ने मांग की है कि इस उड़ान को पहले की तरह सप्ताह में तीन दिन किया जाए।
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन आफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन के अनुसार, यूएई सरकार ने 30 अगस्त से पर्यटक वीजा पर से रोक हटा दी है। अब तक केवल रेसीडेंट और स्थायी रोजगार वीजाधारी लोगों को ही वहां प्रवेश दिया जा रहा था। इससे आशंका थी कि इस उड़ान को पर्याप्त यात्री नहीं मिलेंगे। इधर, रविवार को मंत्री तुलसीराम सिलावट और सांसद शंकर लालवानी एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने डायरेक्टर प्रबोध शर्मा के साथ मिलकर दुबई उड़ान के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया।
कोवैक्सीन पर संदेह कायम
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अभी डब्ल्यूएचओ ने कोविशील्ड को ही मान्यता दी है। इससे कोवैक्सीन लगवा चुके लोग दुबई जा सकेंगे या नहीं, इस पर संदेह कायम है। अगर यूएई सरकार इसे अनुमति नहीं देगी तो कोवैक्सीन लगवा चुके लोग दुबई की यात्रा नहीं कर सकेंगे। अभी केवल श्रीलंका ही ऐसा देश है जिसने कोवैक्सीन को मान्यता दी है।