जबलपुर।अप्रैल माह में पड़ने वाली गर्मी से लोगों को फिलहाल राहत मिल रही है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम का अंदाज बदला हुआ है। बादल -वर्षा का दौर रूक-रूक कर जारी है। रविवार को भी सुबह से आसमान पर बादल मंडराते रहे। बीच-बीच में सूरज भी तल्खी बघारता दिखा, लेकिन बादलों के फेर में सूरज की ज्यादा चल नहीं पाई। सूरज-बादल के बीच लुकाछिपी का खेल दिन भर चलता रहा। शाम होते ही तेज हवा के साथ आसमान पर छाए बादल बरस पड़े। जबलपुर में जहां बूंदाबांदी हुई वहीं आस-पास के क्षेत्रों में बौछारें पड़ी। करीब 15 किमी की गति से चली नम हवा से शाम को मौसम सुहाना हो गया। रात में भी तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी का क्रम जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार अभी 27 अप्रैल तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के मंडला, डिंडौरी, सिवनी सहित रीवा, सतना, दमोह, उमरिया सहित अन्य जिलों में तेज हवा के साथ गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की संभावना है।
मौसम में बदलाव के चलते गर्मी का असर कम हो गया है। रविवार को भी बादलों के कारण सूरज की तपिश से राहत मिलती रही। 15 किमी की गति से दक्षिणी हवा चलती रही। शाम को करीब 25 किमी की गति से चली हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। आस-पास के क्षेत्र में हल्की वर्षा होेने से नम हवा भी गर्मी से राहत देती रहीं। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के प्रभारी अधिकारी बीजू जॉन जैकब के मुताबिक मध्यप्रदेश और राजस्थान के ऊपर चकव्राती क्षेत्र बना हुआ है। वहीं एक ट्रफ पश्चिमी बंगाल, सिक्किम होते हुए छत्तीसगढ़ , बिहार, झारखंड की और बढ़ रहा है। इसके असर से 27 अप्रैल तक जबलपुर सहित संभाग के जिलों में बादल छाए रहेंगे कहीं-कहीं ब्रजपात व हल्की वर्षा भी हो सकती है।
चक्रवाती हवा के फेर में अधिकतम तापमान भी सामान्य से करीब चार डिग्री तक गिर गया। चार दिन पहले तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया था जो रविवार को 35.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री की गिरावट के साथ 22.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं गत वर्ष की बात करें तो आज के दिन अधिकतम तापमान 41.0 और न्यूनतम 27.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।