भोपाल। वर्तमान में अलग–अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। जिसके चलते मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। साथ ही दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट भी हो रही है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पचमढ़ी में 22, रतलाम में 21, मलाजखंड में 14.8, छिंदवाड़ा में 13.8, बैतूल में 10.2, सतना में 6.4, गुना में 5.1, शिवपुरी में 5, रायसेन में 3.2, उमरिया में 2.6, खरगोन में 2.2, नर्मदापुरम में 2.2, खंडवा में 1.2, उज्जैन में 1.0, नरसिंहपुर में 1.0, भोपाल में 0.8, सतना में 0.2, खजुराहो में 0.2, जबलपुर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को भी भोपाल, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम, सागर, उज्जैन संभाग के जिलों में गरज–चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। दक्षिणी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान से अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। झारखंड से छत्तीसगढ़, विदर्भ होते हुए कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अतिरिक्त राजस्थान से उत्तर प्रदेश होते हुए झारखंड तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन छह मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में वर्षा हो रही है। उधर रविवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। इस वजह से मध्य प्रदेश में अभी मौसम साफ होने के आसार नहीं हैं।