नर्मदापुरम। शादी विवाह और ग्रीष्मकालीन अवकाश के कारण यात्री ट्रेनों में यात्रियों का भारी दबाव बढ़ गया है। उप्र एवं बिहार को जाने वाली ट्रेनों के अलावा मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में भीड़ का आलम यह है कि जनरल कोच से स्लीपर तक में पैर रखने की जगह नहीं है।
शुक्रवार शाम को इटारसी से होकर वास्कोडिगामा-पटना एक्सप्रेस का एक वीडियो सामने आया है। इस ट्रेन के जनरल कोच में यात्री ट्रेन के टायलेट में बैठकर यात्रा कर रहे हैं। मजबूरी के मारे इन यात्रियों ने इटारसी में ट्रेन रुकने पर फूड स्टाल से खाना खरीदकर टायलेट में बैठकर ही खाया।
रेलवे दावा कर रही है कि यात्रियों की सुविधा को लेकर हम स्पेशल ट्रेनें चलाकर पर्याप्त बर्थ मुहैया करा रहे हैं लेकिन हकीकत क्या है, वह इस प्रकरण को लेकर समझी जा सकती है। पिछले एक माह से उप्र बिहार को जाने वाली, इलाहाबाद जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ टूट रही है। जनरल बोगियों में यात्रियों का दम घुट रहा है। तेजी से बढ़ती आबादी और अप्रवासी मजदूरों के कारण यह भीड़ बढ़ रही है। गरीब यात्री स्लीपर और वातानुकूलित दर्जे का खर्च वहन नहीं कर पाता मजबूरी के चलते उसे जनरल बोगियों में भेड़ बकरियों की तरह यात्रा करना पड़ता है। इस मामले में रेलवे के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के कारण ट्रेनों में रश बढ़ गया है।