नई दिल्ली। शुक्रवार को निर्वाचन आयोग ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की। सीईसी राजीव कुमार और ईसी अनूप चंद्र पांडे ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। सीईसी राजीव कुमार ने चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि 8 जनवरी को हिमाचल प्रदेश में वर्तमान विधानसभा का अवधि खत्म हो रही है। इसलिए इस बार विधानसभा चुनाव एक चरण में आयोजित किये जाएंगे और 17 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। मतदान की तारीख 12 नवंबर तय की गई है, जबकि वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी।
उन्होंने ये भी कहा कि हम निष्पक्ष चुनाव कराने को प्रतिबद्ध है और हमारा प्रयास है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए। हिमाचल में 80 साल से ज्यादा के बुजुर्ग और दिव्यांग वोटर्स घर बैठे बैलेट पेपर से वोट डाल सकेंगे। साथ ही नए वोटरों का खास ध्यान रखा जाएगा। ये लोग नामांकन के दिन तक वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कर सकते हैं
हिमाचल प्रदेश का चुनावी समीकरण देश के बाकी राज्यों से काफी अलग रहा है। प्रदेश में 1985 के बाद से हर बार सत्ता परिवर्तन हुआ है। हर पांच साल पर कांग्रेस और बीजेपी की सरकार बारी-बारी से सत्ता में आई है। अगर पिछले चुनाव के परिणामों की बात करें तो 68 सीटों पर हुए इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 44 सीटें जीतकर बाजी मार ली थी। वहीं, कांग्रेस को 15 सीटों का नुकसान हुआ था और मात्र 21 सीटों पर सिमट कर रह गयी थी। बाकी बचे तीन सीटों पर निर्दलीय और अन्य राजनीतिक दलों का कब्जा रहा था। बीजेपी इस बार इतिहास को बदलकर दुबारा सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी की हिमाचल के लगातार हो रहे दौरे इसका स्पष्ट संकेत दे रहे हैं।