ग्वालियर। नगर निगम चुनाव में महापौर व पार्षद पद के 174 प्रत्याशी आज भी ऐसे हैं जिन्होंने चुनावी खर्च की अंतिम रिपोर्ट व्यय लेखा टीम को नहीं सौंपी है। इन्होंने अंदाज से 5-10 हजार या इससे कुछ ज्यादा खर्च की बात बताकर चुप्पी साध ली है। अब इन प्रत्याशियों को टीम ने दो दिन का अंतिम अल्टीमेटम दिया है। यदि 16 अगस्त की शाम 5.30 बजे तक खर्च की फाइनल रिपोर्ट नहीं पहुंचेगी तो फिर इन्हें अयोग्य करने की प्रक्रिया चालू हो जाएगी।
पार्षद पद के लिए सभी 66 वार्ड में 358 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे जबकि महापौर के लिए कुल 7 प्रत्याशी। इस तरह 365 प्रत्याशियों ने नगर निगम ग्वालियर में चुनाव लड़ा है। स्थानीय निर्वाचन के नियमों के मुताबिक चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को खर्च की अंतिम जानकारी व्यय लेखा टीम को परिणाम के एक महीने के अंदर देना जरूरी है। यदि ऐसा नहीं होता है तो इन प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने से अयोग्य करने का प्रस्ताव आयोग के पास भेजा जाएगा।
व्यय लेखा टीम के नोडल अधिकारी व संयुक्त संचालक कोष योगेंद्र कुमार सक्सेना ने कहा कि शनिवार 13 अगस्त तक 174 प्रत्याशियों ने खर्च की अंतिम जानकारी प्रस्तुत नहीं की है। इनमें 27 वे प्रत्याशी भी शामिल हैं जो पार्षद का चुनाव जीत चुके हैं। सक्सेना ने कहा कि शनिवार को बाकी रहे सभी प्रत्याशियों के मोबाइल पर संपर्क किया गया। कुछ ने रिस्पोंस नहीं दिया तो कुछ के मोबाइल उठे ही नहीं।
शाम तक सिर्फ 17 प्रत्याशियों की खर्च संबंधी जानकारी टीम के पास पहुंची है। सक्सेना ने कहा कि रविवार 14 अगस्त को भी व्यय लेखा टीम कलेक्ट्रेट के कमरा नंबर 205 में बैठेगी। अगले दिन 15 अगस्त को छुट्टी रहेगी। सभी प्रत्याशियों को 16 अगस्त की शाम 5.30 बजे तक खर्च बताना जरूरी है। इसके बाद जो प्रत्याशी बचेंगे, उनके खिलाफ अयोग्य करने की कार्रवाई के प्रस्ताव कलेक्टर के पास भेज दिए जाएंगे।