जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 27 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं को मार्च का महीना महंगा साबित होने वाला है। बिजली कंपनी मार्च के बिल में बकाया बिल को जोड़कर भेजने की तैयारी कर रही है। कंपनी को 928 करोड़ रुपये की वसूली करना है। जिसके लिए समाधान योजना के तहत बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को छूट का विकल्प चयन करने का मौका दिया था। 31 जनवरी तक इसके लिए आवेदन मांगे गए थे। कंपनी क्षेत्र में कुल 28.77 लाख बकायादारों में महज 17.78 लाख बिजली उपभोक्ताओं ने विकल्प चुना। करीब 10.99 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्हें एकमुश्त रकम भरनी पड़ेगी क्योंकि इनकी तरफ से विकल्प ही नहीं चयन किया गया है।
आपको बात दे कोरोना लहर के वक्त सरकार ने 31 अगस्त 2020 के पहले का बिजली बिल बकाया वसूलने पर राेक लगा दी थी। सितंबर माह से वर्तमान खपत के अनुसार बिल जारी हुए। अब पुराने बकाया को वसूलने के लिए सरकार की तरफ से निर्देश मिल चुके हैं। सरकार ने समाधान योजना के जरिए एक किलोवाट भार वाले घरेलू बिजली उपभोक्ता को दो विकल्प दिए थे। इसमें पहले विकल्प में एक मुश्त बकाया जमा करने पर 40 प्रतिशत छूट का प्रविधान किया।
दूसरे विकल्प में बकाया राशि को छह समान किश्तों में बिल अदा करने का विकल्प दिया। उक्त दोनों विकल्प का चयन करने के लिए उपभोक्ता को पूर्व में आवेदन करने का मौका दिया गया। जिन्होंने आवेदन नहीं भरा उन्हें पिछला बकाया के साथ अतिरिक्त जुर्माने के साथ राशि जमा करनी होगी। मुख्य अभियंता कमर्शियल जीडी वासनिक ने बताया कि मार्च 2022 के बिल में पिछला बकाया बिल जोड़कर भेजा जाएगा। जिन्होंने विकल्प चुना है उन्हें उसी के मुताबिक बिल मिलेंगे लेकिन जिनके द्वारा कोई भी विकल्प नहीं चयन किया है उन्हें संपूर्ण बकाया राशि जमा करनी होगी।
27.50 लाख इन जिलों के उपभोक्ता : जबलपुर शहर, जबलपुर ग्रामीण, डिंडौरी, मंडला, नरसिंहपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, शहडोल, सागर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, अनूपपुर, सतना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, निवारी जिले शामिल है।
ये है फैक्ट
– 37 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में घरेलू बिजली उपभोक्ता
– 28.77 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता जिन पर करीब 928 करोड़ रुपये बिल बकाया।
यह बिल 31 अगस्त 2020 के पहले की अवधि का है।
– 17.78 लाख उपभोक्तओं ने समाधान योजना में पंजीयन करवाया।
– 1.17 लाख उपभोक्ता ने 17.36 करोड़ रुपये ही बकाया भुगतान किया।
-17.05 लाख घरेलू उपभोक्ता ने 40 प्रतिशत छूट का विकल्प चयन किया।
-73 हजार घरेलू उपभोक्ताओं ने छह किश्तों में बकाया बिल भुगतान का विकल्प चुना।