नई दिल्ली। तमिलनाडु के बिजली मंत्री V. सेंथिल बालाजी को बुधवार को तड़के प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमार कार्रवाई का सामना करना पड़ा। ईडी के अधिकारियों को देखते ही बिजली मंत्री सेंथिल की तबीयत बिगड़ गई और ED अधिकारियों के सामने ही वे जोर-जो से रोने लगे। बुधवार तड़के छापेमारी पूरी करने के बाद बिजली मंत्री वी. सेंथिल को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर रवाना हुई लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया है। तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पोनमुडी ने कहा कि यह बदला लेने वाली कार्रवाई है। हम सारी चीज़ों का सामना करेंगे। केंद्र सरकार गैर भाजपा राज्यों में गलत काम कर रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली में यह किया और अब यह तमिलनाडु में कर रही है। हम इसका सामना करेंगे।
समाचार एजेंसी ने जानकारी दी है कि ईडी के अधिकारियों के द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी रो पड़े। गौरतलब है कि कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में DMK नेता के वी. सेंथिल के करूर स्थित आवास और राज्य सचिवालय स्थित उनके कार्यालय पर ईडी के अधिकारियों ने दिनभर छापेमार कार्रवाई की। साथ ही करूर में उनके भाई और एक करीबी सहयोगी के ठिकानों पर भी प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी कार्रवाई की है।
इधर इस छापामार कार्रवाई पर सियासत भी शुरू हो गई है। DMK के राज्यसभा सांसद एनआर एलंगो ने कहा कि मंगलवार सुबह 7 बजे तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को नजरबंद कर दिया गया। उन्हें मंगलवार सुबह से लेकर 14 जून की रात 2:30 बजे तक उन्हें किसी भी दोस्त, रिश्तेदार और उनके वकील से मिलने नहीं दिया गया।
बिजली मंत्री सेंथिल को 2 बजे अचानक तबीयत खराब होने के कारण ओमंदुरार सरकारी अस्पताल में जांच के लिए लाया गया। डीएमके सांसद ने कहा कि जब उन्हें अस्पताल में लाया गया था, तब वे होश में नहीं थे। हम चिकित्सा स्थिति का सटीक विवरण नहीं जानते हैं लेकिन यह पूरी तरह से अवैध और असंवैधानिक गिरफ्तारी है क्योंकि गिरफ्तारी के बारे में उन्हें या उनके रिश्तेदारों या दोस्तों को नहीं बताया गया।