ग्वालियर। ग्वालियर में दहेज लोभियों का एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि प्रधान आरक्षक ने अपनी बेटी की सगाई कुछ महीनों पहले एक इंजीनियर लड़के के साथ की थी। दहेज में आरक्षक ने नगदी सहित सोने के जेवर दिए थे, लेकिन कुछ दिन बाद ही लड़के वाले मोटी रकम और महंगी गाड़ी की डिमांड करने लगे। दहेज नहीं देने पर लड़के वालों ने सगाई तोड़ दी। इसकी शिकायत प्रधान आरक्षक ने थाने पहुंचकर की। शिकायत पर मां-बाप सहित लड़के के खिलाफ के दहेज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
ग्वालियर के गोले का मंदिर थाना क्षेत्र के कुंज विहार फेस-1 में रहने वाले सुरेश शर्मा वर्तमान में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं। अभी न्यायालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आरक्षक ने पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को लिखित आवेदन देकर बताया कि उन्होंने अपनी बेटी प्रियंका शर्मा की सगाई बलराम नगर में रहने वाले इंजीनियर सचिन दुबे के साथ 4 अप्रैल 2022 को पिंटू पार्क पर स्थित रैडास होटल में की थी। सगाई में उन्होंने शगुन के तौर पर लड़के सचिन दुबे को 51 हजार रुपए नगद सोने की अंगूठी दिए थे। शादी 10 दिसंबर 2022 को होना तय हुई थी। पूरी तैयारियां कर ली थी। मैरिज गार्डन, हलवाई, डेकोरेशन और अन्य लोगों को एडवांस भी दे दिया।
सगाई के कुछ दिन बाद ही लड़का सचिन, उसका पिता सुशील दुबे, मां गीता दुबे उनसे 15 लाख नगद और एक स्विफ्ट डिजायर कार की दहेज में देने की मांग करने लगे। नहीं देने पर सगाई तोड़ने की बात कही। जब प्रधान आरक्षक ने दहेज देने से मना किया तो लड़कीवालों ने उनकी बेटी से सगाई तोड़ दी। सगाई में प्रधान आरक्षक का काफी खर्चा हो चुका था। जब प्रधान आरक्षक ने सगाई में दिए हुए पैसे और अपने सोने के जेवर मांगे तो लड़के वालों ने साफ इंकार कर दिया। प्रधान आरक्षक सुरेश शर्मा ने बताया कि पहले भी लड़के और उसके माता-पिता ने इसी तरह से अपने लड़के की सगाई भिंड में किसी अन्य लड़की के साथ की थी, लेकिन वहां भी सगाई के बाद इसी तरह लड़की वालों से दहेज मांगा था। लड़की वालों ने दहेज देने से मना कर दिया था तो इस परिवार ने उनसे भी सगाई तोड़ दी थी। एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि आरक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है