भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश के करीब 20 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों के लिए बुरी खबर है। उनकी परीक्षाएं चुनाव प्रचार के शोर के बीच में होंगी। राज्य निर्वाचन आयोग और सरकार के बीच चल रहे सांप सीढ़ी के खेल में अब स्थिति यह बन रही है कि चुनाव का एक चरण बोर्ड परीक्षा के पहले और दूसरा चरण बोर्ड परीक्षा के बाद होगा। यानी बोर्ड परीक्षा के दौरान शांति नहीं रहेगी बल्कि चुनाव प्रचार चलता रहेगा।
चुनावी शोर के बीच में होंगी परीक्षाएं मप्र नगरीय निकाय चुनाव की संभावित तारीख
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव लगभग एक साल पहले हो जाने चाहिए थे लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के कारण नियम और व्यवस्थाओं में परिवर्तन किए गए। इसके चलते चुनाव टाल दिए गए। अब जबकि लगभग सभी तैयारियां पूरी हो गई है और हाईकोर्ट ने तत्काल चुनाव कराए जाने के आदेश दिए हैं तब मध्य प्रदेश के गृह विभाग में भारत सरकार के गृह मंत्रालय की डिमांड पर सशस्त्र बल की 50 कंपनियां बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए भेज दीं।