सागर। शिवराज सरकार में मंत्री गोपाल भार्गव के क्षेत्र गढ़कोटा में दो महीने पूर्व आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में ब्रांड के नाम पर नकली टीबी सप्लाई के मामले में अब तक पुलिस के पास 48 एलईडी जमा हो चुकी है। सम्मेलन में जिन-जिन हितग्राहियों को यह एलईडी मिली थी, अब वह पुलिस के पास उन्हें जमा कराने पहुंच रहे हैं। वहीं नकली एलईडी सप्लाई करने वाले आरोपित महेंद्र साहू और दिल्ली निवासी राजू गुप्ता को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपितों को पुलिस ने दिल्ली जाकर राजू गुप्ता के निवास से गिरफ्तार किया था।
बताया जा रहा है कि आरोपी महेंद्र साहू बीजेपी का नेता है, जिसे बचाने के लिए बीजेपी के कद्दावर नेता लगातार पुलिस पर कार्रवाई न करने का दबाब बनाते रहे, लेकिन उक्त प्रकरण में डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला और हितग्राहियों के लामबंद होने के कारण पुलिस को अंतत: कार्रवाई करनी पड़ी।
11 मार्च 2023 को प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव के गृह क्षेत्र गढ़कोटा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। जिसमें 1850 वर-वधू को दिए जाने वाले उपहार में सेंसुई कंपनी की एलईडी भी दी गई थी। ई-टेंडर के माध्यम से भाजपा नेता महेंद्र साहू ने 7 हजार 777 रुपए प्रति एलईडी के हिसाब से 1862 एलईडी की सप्लाई की थी। जिसका 1 करोड़ 38 लाख 11 हजार 951 रुपए का भुगतान भी कर दिया गया। सेंसुई कंपनी की एलईडी कंपनी के नाम पर लोकल ब्रांड की एलईडी सप्लाई की गई। विवाद के कुछ दिन बाद जब एलईडी खराब होने लगी, तो हितग्राहियों ने मैकेनिक से इन्हें दिखवाया, जिसके बाद इसका खुलासा हुआ।