मध्यप्रदेश में सोयाबीन के समर्थन मूल्य को लेकर किसानों के आंदोलन ने तेजी पकड़ ली है। विभिन्न किसान संगठनों और कांग्रेस ने 6,000 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है। इस आंदोलन में हरदा, विदिशा, इटारसी और शाजापुर जैसे कई जिलों में किसान सड़कों पर उतर आए हैं।
कांग्रेस का नेतृत्व और ‘किसान न्याय यात्रा’:
कांग्रेस ने इटारसी में ‘किसान न्याय यात्रा’ निकाली, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और तेलंगाना में सोयाबीन के दाम बढ़ाने की बात हो रही है, लेकिन मध्यप्रदेश के किसानों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। पटवारी ने समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और 6,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर मांगने पर जोर दिया।
हरदा और विदिशा में किसानों का प्रदर्शन:
हरदा में किसानों ने 2,000 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ रैली निकाली। रैली के दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि सोयाबीन की खेती में जितनी लागत आ रही है, उतना भी मुनाफा उन्हें मंडियों से नहीं मिल रहा। विदिशा के ग्यारसपुर में किसान नेता शिवकुमार कक्काजी के नेतृत्व में भी किसानों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की।
शाजापुर में भी रैली:
शाजापुर जिले के कालापीपल में 300 ट्रैक्टरों के साथ किसानों ने प्रदर्शन किया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बुलडोजर पर चढ़कर किसानों का फूलों से स्वागत भी किया।
किसानों की मांग है कि सोयाबीन के समर्थन मूल्य को 6,000 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए, ताकि उनकी खेती लाभकारी बने।