भोपाल।बिटिया की शादी के अरमान सजाए एक पिता उसकी डोली उठने से पहले ही दुनिया छोड़ गए। शनिवार रात फलदान (तिलक) कर लौटे। शादीवाले घर में लगा हैलोजन बल्ब ब्लिंक कर रहा था। वह उसे ठीक करने लगे। करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। दोस्त-रिश्तेदार हॉस्पिटल भी ले गए, लेकिन देर हो चुकी थी। कल इस पिता की बिटिया की बारात आना है।
दयाशंकर दुबे भोपाल के JP अस्पताल में कक्ष सेवक थे। अस्पताल के ही कैंपस में उनका सरकारी आवास है। शनिवार को बड़ी बेटी चिया का फलदान (तिलक) कार्यक्रम रातीबड़ में था। रात को वह 8.30 बजे लौटे। घर में लगा हैलोजन बल्ब पानी की टंकी पर चढ़कर ठीक कर रहे थे, तभी बिजली का तेज झटका लगने से नीचे गिर पड़े।
दयाशंकर के तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा अभिषेक, बेटी चिया, छोटी बेटी डब्बू। दुबे के दोस्तों ने बताया कि बेटी की शादी को लेकर वह काफी खुश थे। उनके दोस्त ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि बिटिया की शादी नहीं टलने देंगे। भले ही मेहमान कम रहें, लेकिन बिटिया की डोली उठेगी। हम सभी दोस्त इस मौके पर मौजूद रहेंगे।बेटी की शादी को लेकर घर में खुशियों का माहौल था। दुबे की मौत के बाद खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। उनके कई रिश्तेदार भी शादी में शामिल होने के लिए आ चुके हैं। इस बीच घटना के बाद से सब गमगीन हैं।