ग्वालियर। मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर बाबा पॉलिटिक्स चर्चाओं में है। चुनाव पास आते ही अब नेताओं का बाबाओं के धाम पर तांता लगने लगा है। पर्ची पर लोगों का भविष्य लिखने के लिए प्रसिद्ध पंडोखर सरकार के दरबार में सिंधिया समर्थक और पूर्व मंत्री इमरती देवी पहुंचीं।
बता दें कि जब पूर्व मंत्री इमरती देवी ने बाबा से चुनाव हराने वाले का नाम पूछा तो पंडोखर सरकार ने जवाब में कहा, वर्तमान में आप जिस पार्टी में हैं। उसी के एक नेता ने आपको चुनाव हरवाया है। इसके साथ ही पंडोखर सरकार ने कहा, नाम नहीं बताऊंगा। लेकिन आप ही की पार्टी के व्यक्ति ने चुनाव आपको हरवाया था। पंडोखर सरकार ने कहा, बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी आपकी है। दोनों की जनता आप पर भरोसा करती है, इसलिए हारने के बाद भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आपने अपने बनाए। इमरती देवी के दूसरे सवाल कि उनकी नातिन तीन साल की है, बोल नहीं पाती है। बाबा इस सवाल का उत्तर दिए, जुबान दी गई है। अब नातिन बोलेगी, धाम पर लाएं। ग्वालियर में प्रसिद्ध कथा वाचक जया किशोरी की कथा चल रही थी। इसमें विशेष आमंत्रण पर पंडोखर सरकार ने अपना दरबार लगाया था।
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ने वाली इमरती देवी साल 2020 के विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर हार का सामना कर चुकी हैं। यह चुनाव हारने के बाद पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कई बार बीजेपी पार्टी के बड़े नेताओं पर हार का ठीकरा फोड़ चुकी हैं। मंच से पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कई बार कहा है कि बीजेपी के कुछ नेता ऐसे हैं, जो मुझे आगामी विधानसभा चुनाव में हराना चाहते हैं। उन्होंने 2018 का चुनाव भी करवाया था, लेकिन इमरती देवी किसी से डरने वाली नहीं है। जनता का प्यार और विश्वास उनके साथ है।