दमोह | मध्यप्रदेश शहर के बीच संचालित होने वाले शासकीय बस स्टैंड पर खड़ी 7 बसों में बुधवार की देर रात अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। आग इतनी भीषण थी एक-एक कर सातों बसे इसकी चपेट में आ गई और जलकर खाक हो गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और सीएसपी अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे और नगर पालिका की फायर बिग्रेड से आग बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन जब तक पूरी बसें जलकर खाक हो चुकी थी। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि रात करीब 2 बजे किसी एक बस में आग लगी।
दमोह बस स्टैंड पर लगी भीषण आग, सात बसें जलकर खाक
उस समय बस स्टैंड पर कोई भी व्यक्ति नहीं था और आग सातों बसों के पास पहुंच गई और कुछ ही मिनटों में आग की लपटें उठने लगी। यह देख दुकानदारों ने तत्काल ही बस मालिकों को सूचना दी और पुलिस को सूचित किया।इसके अलावा जैसे-जैसे लोगों को सूचना मिलती गई वह आग देखने पहुंचे। पुलिस ने फायर बिग्रेड की मदद से आग बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन रबड़ में इतनी तेज आग पकड़ी थी कि आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही थी।
जिन बसों में आग लगी उनमें तीन बसें नूरी कंपनी की है, दो बस अरिहंत कंपनी की हैं, एक बस जैन ट्रेवल्स की है और एक बस की जानकारी नहीं मिल पाई है। इस हादसे से गनीमत यह रही कि बसों में लगी आग बस स्टैंड पर संचालित दुकानों में नहीं लगी, वरना आधा शहर आग की लपटों में घिर जाता और शायद बहुत बड़ी हानि हो जाती।गौरतलब है कि शहर के बीच बस स्टैंड को हटाने के लिए 2018 में पूर्व मंत्री जयंत मलैया के द्वारा सागर नाका पर बस स्टैंड का भूमि पूजन किया था, लेकिन भाजपा सरकार चली गई और दमोह से राहुल सिंह विधायक बने।
यह बस स्टैंड यही रहा बस स्टैंड को सुधारने के लिए पूर्व विधायक राहुल सिंह ने इसका भूमि पूजन कर दिया लेकिन कांग्रेस सरकार में भी कुछ नहीं हो पाया। जिस वजह से मलैया ने बस स्टैंड को शहर से हटाने का प्रयास किया था आज वही हादसा सबके सामने आ गया और एक साथ 7 बसें जलकर खाक हो गईं।