न्यायालयीन कार्य से जुड़े लोगों के लिए प्रदेश का पहला क्वॉरेंटाइन सेंटर स्थापित, 50 बेड का होगा हॉस्पिटल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने किया लोकार्पण

ग्वालियर। शहर के निजी डेंटल और होम्योपैथिक कॉलेज एमपीसीटी में कॉलेज प्रबंधन और बार एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से न्यायिक कार्य से जुड़े लोगों के लिए 50 बिस्तरों का एक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसका वर्चुअल उद्घाटन रविवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने किया। उन्होंने कालेज प्रबंधन और बार एसोसिएशन के इस प्रयास को सराहा है। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा है, कि सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए सभी तरह के संसाधन जुटाने की कोशिश कर रही है। लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। उन्हें दवाएं ऑक्सीजन और दूसरे उपकरण मुहैया हो सके। इसके प्रयास जारी है। लेकिन ऐसे माहौल में निजी क्षेत्र के लोग जिस तरह से मदद के लिए आगे आए हैं। वह भी तारीफ ए काबिल है।

वही हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एमपीएस रघुवंशी ने कहा, कि यह क्वॉरेंटाइन सेंटर अभिभाषकों, विधि अधिकारियों और कर्मचारियों को प्राथमिकता से रहने खाने और दवाओं की निशुल्क रूप से व्यवस्था कराएगा। लेकिन यदि इस 50 बिस्तरों वाले अस्पताल में कोई बेड खाली है तो आम लोग भी उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कई अभिभाषक इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं और वह निजी अस्पतालों में भारी भरकम खर्च के चलते नहीं जा सकते हैं। ऐसे में एमपीसीटी में बना यह क्वॉरेंटाइन सेंटर उन लोगों के लिए बड़ी मदद साबित होगा। यहां क्वॉरेंटाइन पीरियड में मरीजों को निशुल्क रूप से भोजन दवाएं चिकित्सीय परामर्श भी दिया जाएगा।

 

इस मौके पर बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विष्णु शिवहरे सचिव दिलीप अवस्थी सहित एमपीसीटी कॉलेज के प्रबंधक शिवेन्द्र धाकरे भी मौजूद थे। इसके अलावा इस वर्चुअल लोकार्पण समारोह में स्टेट बार काउंसिल के सदस्य जयप्रकाश मिश्रा, प्रेम सिंह भदौरिया, अतिरिक्त महाधिवक्ता रोहित मिश्रा सहित अन्य अधिवक्ता गण कार्यक्रम में जुड़े हुए थे।

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