धार: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित झंडावंदन कार्यक्रम के दौरान मनावर तहसील के उमरबन विकासखंड के दाबड़ गांव स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की 40 छात्राएं अचानक बीमार पड़ गईं।
कार्यक्रम के बाद कई छात्राओं को घबराहट और बैचेनी की शिकायत होने लगी, जिसके चलते उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल भेजा गया। कुछ छात्राओं का प्राथमिक उपचार स्थानीय स्तर पर किया गया, जबकि गंभीर हालत में कुछ को धरमपुरी स्थित सामुदायिक अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से तीन छात्राओं को धार के अस्पताल के लिए रेफर किया गया। अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया।
स्थानीय सामुदायिक अस्पताल में लाए गए छात्राओं की हालत काफी गंभीर थी, जिनका तुरंत इलाज शुरू किया गया। इसके बावजूद कुछ छात्राओं की स्थिति और बिगड़ गई, जिनके लिए धार रेफर किया गया। इस स्थिति को संभालने के लिए सहायक आयुक्त जनजाति कार्य धार ब्रजकांत शुक्ल, एसडीएम राहुल गुप्ता, तहसीलदार शिवानी श्रीवास्तव, टीआई संतोषसिंह यादव, बीईओ वीरसिंह राजपूत और संबंधित विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य दिलीपसिंह डोडवे सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
घटना के बाद कुछ छात्राओं के पालक अंधविश्वास के चलते बच्चों को झाड़फूंक के लिए टोने-टोटके करने वालों के पास ले गए। धरमपुरी अस्पताल से जब कुछ छात्राओं को रेफर किया गया, तो पालक अधिकारियों से बहस करने लगे और बच्चों को टोने-टोटके के लिए ले जाने पर अड़े रहे।
ग्रामीणों के अनुसार, विद्यालय में लगभग 40-50 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई थी। जिन छात्राओं की हालत ज्यादा खराब थी, उनमें से सात को धरमपुरी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया और तीन को धार रेफर किया गया।
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्र-छात्राएं सुबह जल्दी स्कूल पहुंची थीं। जल्दी आने के कारण उन्होंने कुछ भी खाया-पीया नहीं था, केवल चाय-बिस्किट पर ही निर्भर रहे। कार्यक्रम के दौरान मौसम साफ था और तेज धूप निकली हुई थी, जिससे गर्मी और उमस बढ़ गई थी। अधिक पसीना बहने और कमजोरी के कारण कुछ छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके कारण अन्य छात्राओं की हालत भी बिगड़ गई।