भिंड। मैट्रीमोनियल साइट जीवन साथी डॉट कॉम के जरिए लोगों से फ्रॉड करने वाले जोन जूलियस की पत्नी को भिंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पति डेढ़ साल पहले ही पकड़ा जा चुका था। मुख्य आरोपी उसकी पत्नी सोनिया फरार चल रही थी। सोनिया को भिंड पुलिस ने नोएडा से अरेस्ट कर लिया है। वह खुद को कस्टम ऑफिसर बताकर हाईप्रोफाइल लोगों को झांसा देकर ठगती थी। नोएडा में अपना नाम बदलकर रह रही थी। उसका क्लू मिलने पर भिंड पुलिस तीन दिन से दिल्ली और नोएडा में डेरा डाले हुए थी। डेढ़ साल पहले भिंड शहर के गर्ल्स स्कूल गली निवासी 26 साल की युवती की जीवन साथी डॉट कॉम पर हिमांशू राजपूत से जान-पहचान हुई थी। युवक ने युवती को बताया था कि वह लंदन में रहता है। 2 मई 2021 को दिल्ली घूमने आ रहा है।
3 मई 2021 को युवती के पास सोनिया नाम की लड़की का फोन आया। उसने खुद को नई दिल्ली एयरपोर्ट से एयरपोर्ट इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से बताया। कहा कि हिमांशू राजपूत के पास 35 हजार पाउंड पकड़े गए हैं। उन्होंने (हिमांशु) बताया है कि वे इंडिया में सिर्फ आपको जानते हैं। उन्हें छुड़ाने के लिए पैसे जमा कराने होंगे। 3 मई से 5 मई तक हिमांशु ने अलग-अलग बहाने बनाकर युवती से 4 लाख 66 हजार रुपए ठगे। 15 जून 2021 को भिंड पुलिस ने हिमांशु को नोएडा से दबोचा। असल नाम जोन जूलियस निकला। बाद में 5 अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए। जोन जूलियस की पत्नी पल्लवी उर्फ सोनिया सोनवाल की लंबे समय से तलाश थी।
पति के पकड़े जाने के बाद सोनिया ने नोएडा में जगह बदल दी थी। वो नए ठिकाने पर सुरक्षित तरीके से रह रही थी। इधर, भिंड पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। भिंड पुलिस को महिला आरोपी का सुराग लगा। जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि सोनिया वहां पल्लवी के नाम से रह रही थी। जब पुलिस ने दबिश दी तो पहले उसने पुलिस को गुमराह किया। हालांकि, ज्यादा देर तक पुलिस के सामने उसका झूठ नहीं टिक सका। वह अपनी पहचान छिपाकर बहन पल्लवी के नाम के आईडी कार्ड से यहां रह रही थी। बताया जा रहा है कि सोनिया सोनवाल सीधे साधे लोगों के बैंक खाते 10 से 20 हजार रुपए में खरीद लेती थी। साथ ही इन खातों को वह फ्रॉड करने वाले नाइजीरियन को वह एक से डेढ़ लाख रुपए में बेच देती थी। सोनिया के कब्जे से पुलिस को दो पासपोर्ट, चार मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, एक पेन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस और दो आधार कार्ड मिले हैं।
नाइजीरियन कपल और उसकी गैंग मैट्रीमोनियल साइट्स पर कुंवारे लड़के-लड़कियों को टारगेट करते थे। खुद को NRI बताकर दोस्ती करते। जान-पहचान जब बढ़ जाती तो कहते कि वे मुलाकात के लिए इंडिया आ रहे हैं। जिस दिन इंडिया आने की तारीख बताते, उसी दिन कस्टम ऑफिसर बनकर विक्टिम को फोन करते। कहते- आपके पहचान वाले को कस्टम ड्यूटी नहीं चुकता करने पर पकड़ लिया है। उनके पास विदेशी मुद्रा और सामान हैं। इसका टैक्स जमा नहीं किया गया, यह इंडिया में आपको पहचानने की बात कह रहे हैं। इनका कुछ टैक्स देना है, यदि आप टैक्स जमा कर सकती/सकते हो, तो कर दो। अन्यथा इनका वीजा, पासपोर्ट ब्लॉक कर दिया जाएगा। यह 10 साल तक इंडिया नहीं आ सकेंगे। ऐसे में विक्टिम पैसे दे देते थे।