भोपाल। विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास रही है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह लगातार कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं तो रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने मनगवां विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहीं शीला त्यागी को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। त्यागी बसपा के टिकट पर 2013 में भाजपा की पन्नाबाई प्रजापति को हराकर विधायक बनी थीं।
विंध्य क्षेत्र में बसपा का जनाधार है। मनगवां सीट से बसपा के टिकट पर शीला त्यागी पिछले तीन चुनाव से लड़ती आ रही हैं। 2008 में उन्हें 17 हजार 837 मत मिले थे। जबकि, 2018 में 11 हजार 969 ही मत प्राप्त हुए और उनकी जमानत जप्त हो गई थी। पार्टी को उम्मीद है कि उनके आने से रीवा जिले में लाभ मिलेगा। वहीं, भाजपा भी विंध्य क्षेत्र में चुनावी जमावट में जुटी है। पिछले दिनों पूर्व विधायक उषा चौधरी को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। वे वर्ष 2013 में बसपा के टिकट पर सतना जिले के रैगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनी गई थीं। वर्ष 2018 के चुनाव में पराजित होने के बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी लेकिन पार्टी ने उन्हें रैगांव सीट के उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया।
कांग्रेस ने 2018 में प्रत्याशी रहीं कल्पना वर्मा पर ही विश्वास जताया और उन्होंने भाजपा की प्रतिमा बागरी को 12 हजार 290 मतों पराजित किया। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि पिछले चुनाव में विंध्य में जो नुकसान हुआ था, उसे ध्यान में रखते हुए ही कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है।