ग्वालियर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अवैध खनन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का समूचा परिवार अवैध उत्खनन में जुटा है। यही कारण है ,कि अवैध उत्खनन प्रदेश में रुक नहीं पा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे हैं। जहां रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ ने उनका जोरदार स्वागत किया है। ऐसे में उन्होंने कोरोना संक्रमण के मामलों की रोकथाम को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहां है, कि बीजेपी की मीटिंग और कार्यक्रमों में कोरोना नहींं फैलता है। वह सिर्फ आम लोगों के कार्यक्रमों में ही फैलता है। तो वहीं कृषि महाविद्यालय के छात्रों द्वारा किए जा रहे पीईबी क खिलाफ आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा, कि यह व्यापम जैसा ही घोटाला है और इसका पेपर इतना कठिन था कि खुद मैं भी हल नहीं कर पाता। साफ जाहिर है की घोटाला हुआ है और उसकी जांच होनी चाहिए साथ ही परीक्षा भी निरस्त होनी चाहिए।
राहुल लोधी के विषय में दिग्विजय सिंह ने कहा, कि दूसरों पर पैसा लेने का आरोप लगाने वाले राहुल लोधी खुद भाजपा में शामिल हो गए है,अब मैं पूछता हूं कि उन्होंने कितना पैसा लिया है। 2 दिन पहले तक वह दूसरों पर पैसे लेने का आरोप लगा रहे थे। हमारा प्रयास रहेगा राजनीति में सुचिता होनी चाहिए राजनीति में खरीद फरोख्त नहीं होनी चाहिए। जनता को इस बारे में विधानसभा चुनाव में आगह करेंगे।
बंगाल में चल रहे चुनावी घमासान पर उन्होंने कहा की बंगाल में ममता की लड़ाई मोदी के खिलाफ है और हमें पूरा विश्वास है कि मोदी हारेंगे तो वहीं महाराष्ट्र के एंटीलिया केस को एनआईए को सौंपे जाने पर भी उन्होंने बीजेपी पर हमला किया और कहां,कि मैंने शुरू से कहा था, कि भाजपा इसे अलग रंग देगी। अगर आप मेरा सोशल मीडिया पर वक्तव्य पढ़ेंगे। तो नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी से जांच कराना मतलब भाजपा से जांच कराना होगा और वही हुआ है। क्योंकि उसके जो डायरेक्टर वाईसी मोदी हैं उनका नरेंद्र मोदी जी से निकटतम संबंध है। उन्होंने ही गुजरात में जो दंगों हुए उनकी जांच की, हीरेन पंड्या के मामले में भी उन्होंने जांच की और वहा भी क्लीन चिट मिली। जब से NIA में आए हैं तब से जो बम ब्लास्ट में अपराधी थे। उन पर प्रमाण थे। उन सबको बरी कर दिया गया है एनआईए को जांच सौंपने का पहला बयान महाराष्ट्र के पूर्व CM फड़नवीस का आया था इसलिए मैंने कहा था, कि इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है