भोपाल । मध्यप्रदेश सरकार ने 2022-23 का बजट विधानसभा में बुधवार को पेश किया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उसे जनता को गुमराह करने वाला और फिर से धोखा देने वाला बताया। कमलनाथ ने कहा कि बजट में कागजी आकड़े और प्रावधान बनाना बहुत सरल है। इसका क्रियान्वयन कितना हुआ। उन्हाेंने सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि यह बता सकते है कि कितने नवजवानों को रोजगार मिलेगा, आज छात्रावासों की क्या स्थिति है, आज फीस देने, बिजली बिल के क्या हालात है। इन सब बातों का बजट में कोई जिक्र नहीं है। आज मध्यप्रदेश का हर वर्ग परेशान है। सरकार के इस बजट से और परेशान होगा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल की तुलना में हर बजट का सरकार को हिसाब देना होता है। कृषि क्षेत्र में क्या उपलब्धियां है। यह बजट फिर से एक झूठ और फरेब का पुलंदा है। बजट में बताया गया कि यह प्रावधान किया है। पिछले साल भी प्रावधान किया था। उस प्रावधान का कितना उपयोग हुआ, कितनी बेरोजगारी घटी, आज क्यों खाद्य और बीज के दाम बढ़े। यह जनता को गुमराह करने का और जनता को फिर से धोखा देने का बजट है। अगले साल के बजट में साफ हो जाएगा कि कितना बढ़ा धोखा हमारे प्रदेश के हर वर्ग को दिया है।
बता दें प्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा में 2022-23 का कुल 2 लाख 79 हजार237 करोड़ का बजट पेश किया। इसमें 55 हजार 111 करोड़ का अनुमानित राजकोषीय घाटा बताया है। बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया है और मौजूदा करों में भी कोई दर नहीं बढ़ाई गई है। सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 13 प्रतिशत अधिक राजस्व वसूली का अनुमान लगाया है।