इंदौर। हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का 20 दिसंबर को 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने गुरुग्राम में अपने आवास पर आखिरी सांस ली। वह इंडियन नेशनल लोकदल के मुखिया थे। ओमप्रकाश चौटाला पहली बार 1989 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। वह चार बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। उनको राजनीति अपने पिता व पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल चौधरी (ताऊ) से विरासत में मिली थी।
पूर्व सीएम के निधन की खबर सुन नेताओं की प्रतिक्रिया आने लगी है। हरियाणा के पूर्व सीएम और इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर हरियाणा के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि जब ओम प्रकाश जी सीएम थे, मैं विपक्ष का नेता था। हमारे बीच अच्छे संबंध थे।
उन्होंने लोगों की सेवा की है। वह अभी भी सक्रिय थे। ऐसा नहीं लगा कि वह हमें इतनी जल्दी छोड़ देंगे। वह एक अच्छे इंसान थे और मेरे लिए बड़े भाई की तरह थे।
चौधरी देवीलाल हरियाणा और देश की राजनीति के जाने-माने चेहरा थे। उनको देश की सियासत में ताऊ के नाम से जाना जाता था। उनकी पांच संतानों हुईं, जिसमें से एक थे ओमप्रकाश चौटाला। ओमप्रकाश चौटाला उनके सबसे बड़े बेटे थे। ऐसे में जब देवीलाल डिप्टी पीएम बने, तो उन्होंने हरियाणा अपनी विरासत को संभालने के लिए ओमप्रकाश चौटाला को आगे कर दिया था।
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। 1989 से 1991 तक उन्होंने जिम्मेदारी संभाली। 1991 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद उनका राजनीतिक करियर ढलान पर आ गया। 1999 में उन्होंने बीजेपी की मदद से फिर से अपनी राजनीतिक गाड़ी को सरपट दौड़ाने की कोशिश की। वह फिर से हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। इस पद पर 2005 तक रहे। वह चार बार हरियाणा के सीएम रहे।