निवाड़ी। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रामराजा सरकार की नगरी ओरछा पहुंच गई हैं। उन्होंने धार्मिक नगरी में चल रही शराब की दुकानों का विरोध किया। उन्होंने कहा कि रामराजा सरकार की नगरी में शराब की दुकान का क्या औचित्य, लोगों की लत का उपयोग कर रुपए बनाना सरकार का धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि राम का नाम लेने वालेा मूल दोषी हैं। मैंने इस सरकार के लिए वोट मांगे हैं, इसलिए मुझे फांसी पर लटकाओ। ओरछा में नियम विरूद्ध चल रही शराब दुकानों के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने तेवर सख्त कर लिए है। आक्रोशित होकर उमा भारती ने साफ कहा कि शराब की दुकान के लिए गांव अलॉट था, बीच नगर में दुकान अलॉट नहीं हुई थी। जिला आबकारी अधिकारी को तय करना था। आबकारी अधिकारी को शर्म आना चाहिए थी, शराब दुकान वाले तो अपना फायदा सोचेंगे।
उन्होंने कहा कि अभी बात यह सामने आएगी कि उसे कितने करोड़ का ठेका दिया गया था। उन्होंने साफ कहा कि रामराजा सरकार की नगरी ओरछा से शराब से क्या राजस्व वसूलना। उन्होंने कहा कि आबकारी और जिला अधिकारी को टारगेट दिया जाता है। नशा लोगों की आदत व लत है और सरकार इसका उपयोग कर लेती है। लोगों की लत का उपयोग कर पैसे बनाना सरकार का धर्म नहीं है। सरकार का धर्म है कि लोगों की लत को खत्म कर दे। उन्होंने कहा कि इसमें मूल दोषी कौन है बात तो यहां आएगी। उमा भारती ने कहा कि इसमें मूल दोषी वह हैं जो राम का नाम लेते हैं। इसके बाद उमा भारती बोली कि मैं हूं मूल दोषी, मुझे फांसी पर लटकाओ। मैंने सरकार के लिए वोट मांगे थें।
ओरछा पहुंची उमा भारती नियम विरूद्ध चल रही शराब की दुकानों को लेकर सख्त नजर आईं। उन्होंने जन चौपाल लगाकर अलाव जलाकर लोगों से चर्चा की। उमा भारती ने सरकार को उनकी शराब नीतियों को लेकर जमकर कोसा। मीडिया से चर्चा में उमा भारती ने कहा कि हमने सोचा नहीं था कि हमारी सरकार में शराब की समस्या आ जाएगी। हम दिल्ली और छत्तीसगढ़ में इसका विरोध कर रहे थे। उससे बुरी हालत हमने यहां कर दी, कोई मान मर्यादा नहीं रखी।
ओरछा के विवेकानंद तिराहे पर स्थित शराब दुकान का जिक्र करते हुए उमा भारती ने कहा कि इस दुकान की मर्यादा तो रोड से 50 मीटर की भी नहीं है। भोपाल के करोंद चौराहे की शराब दुकान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक ही बाउंड्रीवॉल से लगा लड़कियों का स्कूल था और उसी से लगी शराब की दुकान थी। उन्होंने कहा कि शराब दुकान को राजस्व के लिए टारगेट दे दिया जाता है, क्योंकि हमें सबसे आसान शराब लग रही है। ज्यादा राजस्व के लिए दुकान वालों को मनमाफिक जगह पर दुकान का आवंटन कर दिया। आबकारी अधिकारी ने ये नहीं सोचा कि रामराजा सरकार के दरवाजे पर दुकान खोल रहे हैं, क्या जरूरत है ऐसे राजस्व की।
उन्होंने कहा कि यहां लोगों को गंगाजल बांटना चाहिए। गाय का दूध और छाछ पिलाना चाहिए। आप यहां शराब पिला रहे हो, तो फिर किस बात की राम की भक्ति है। मीडिया ने उनसे सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी राम भक्ति से दूर हो रही है, तो जवाब में उन्होंने कहा कि यह तो आप वीडी शर्मा से पूछना, इस सवाल का हम जवाब नहीं देंगे। शराब की दुकान के पास सात गायों को बांधने के लिए खूंटा लगा दिया है। कल सुबह वहां पर उमा भारती स्वयं गाय बांधेंगी।