भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के गठन के बाद पहली बार 19 और 20 नवंबर को कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई है, लेकिन इस बैठक का विरोध पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने किया है।
राजा पटेरिया ने प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी राजीव सिंह को एक पत्र लिखकर सवाल उठाया कि बैठक के लिए भेजे गए आमंत्रण में एजेंडा शामिल नहीं किया गया है। उनका कहना है कि बिना किसी विषय की जानकारी दिए इतने बड़े पैमाने पर पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानित नेताओं को बुलाना उचित नहीं है।
19 और 20 नवंबर को दो पालियों में बैठक
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव सिंह के अनुसार, मप्र कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का एजेंडा अभी तय नहीं हुआ है। हालांकि, यह बैठक 19 और 20 नवंबर को दो पालियों में आयोजित होगी। 19 नवंबर को पहली पाली में स्थाई आमंत्रित सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्यों की संयुक्त बैठक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 1 बजे से शुरू होगी, जिसमें सभी प्रदेश पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। इसके बाद 20 नवंबर को भी प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक होगी।
बैठकों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) महासचिव और मप्र प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी उपस्थित रहेंगे।