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Tuesday, October 29, 2024

विपक्ष के पूर्व अध्यक्ष चिल्लाना बंद करें, ग्वालियर में कांग्रेस पर भड़के सिंधिया

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ग्वालियर: केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को जन्माष्टमी के अवसर पर ग्वालियर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष और विपक्ष के पूर्व अध्यक्ष केवल चिल्ला रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि चिल्लाना बंद करें और काम करें। जनता ऐसी सरकार चाहती है जो काम करे, न कि सिर्फ बोले।”

सिंधिया ने अपने ग्वालियर दौरे के दौरान कोटेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और यादव समाज के चल समारोह में भी हिस्सा लिया। उन्होंने सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं।

हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च की गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को लेकर विपक्ष के विरोध पर सिंधिया ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में विपक्ष की सरकारें हैं, और उनके घोषणा पत्र में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) शामिल है। फिर भी वे इसे लागू करने से क्यों डर रहे हैं? यही विपक्ष की समस्या है, वे बोलते हैं, लेकिन करते नहीं। उनका काम केवल विरोध करना है और देश को मुश्किलों में डालना है।”

सिंधिया ने आगे कहा कि भाजपा “कामदारों की सरकार” है, जबकि विपक्ष केवल नामदारी पर भरोसा करता है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उनके राज्यों में भी ओल्ड पेंशन स्कीम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे उनकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर स्पष्ट होता है।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बारे में बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि इस कॉन्क्लेव में ग्वालियर चंबल संभाग के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की जाएंगी। उन्होंने कहा, “हमारा संभाग दिल्ली का काउंटर मैग्नेट बन सकता है। इसके लिए हमें 48 घंटे का इंतजार करना होगा।”

अपने दौरे के दौरान, सिंधिया ने गोपाल मंदिर में भी पूजा-अर्चना की और राधा-कृष्ण के दर्शन किए। उन्होंने कहा, “केवल भारतवर्ष ही नहीं, बल्कि संपूर्ण पृथ्वी पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा है। हमें उनके बताए मार्ग पर चलते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।”

उन्होंने यह भी बताया कि कोटेश्वर मंदिर और गोपाल मंदिर का निर्माण सिंधिया रियासत काल में हुआ था, और इन मंदिरों में भगवान के श्रृंगार के लिए बहुमूल्य आभूषण दिए गए थे। सिंधिया ने कहा कि यह ग्वालियर के लोगों के लिए गर्व की बात है, और प्रशासन द्वारा इस परंपरा को निभाने के लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।

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