इंदौर। डिवाइन ज्वेलर्स के संचालकों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी के दो केस दर्ज किए हैं, जिसमें कर्नाटका बैंक के 12 करोड़ रुपए से ज्यादा का मामला सामने आया है। यह कार्रवाई बैंक मैनेजर अमित कुमार की शिकायत के आधार पर की गई है, जिसमें आरोप है कि संचालकों ने बैंक के नियमों का उल्लंघन करते हुए ज्वेलरी फंड का उपयोग निजी कामों में किया।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया के अनुसार, जांच में डिवाइन ज्वेलर्स के बैंक स्टेटमेंट और लोन सैंक्शन पेपर्स को ऑडिटर ने संदिग्ध पाया। दिसंबर 2020 में संचालकों ने अपने स्टॉक को 775.26 लाख रुपए बताया, जबकि ऑडिट के बाद यह राशि केवल 320.7 लाख रुपए निकली। आरोप है कि संचालकों ने ज्वेलरी के लिए निर्धारित रकम को कर्नाटका बैंक में रखने के बजाय ICICI बैंक में ट्रांसफर कर दिया। इसके साथ ही, कोरोनाकाल में सोने के खरीदने के बिल देने का दावा करते हुए, कच्चे बिलों के माध्यम से स्टॉक को बेचा और वर्किंग कैपिटल जमा नहीं कराया।
क्राइम ब्रांच ने 1.34 करोड़ रुपए का पेमेंट ऐसे लोगों को करने का भी आरोप लगाया है, जो इस व्यवसाय से जुड़े नहीं हैं। इनमें प्रियंका केवलिया, करुणा लबड़े, श्याम राव, और राकेश जैन जैसे नाम शामिल हैं। इसके अलावा, एक और एफआईआर में 73 लाख रुपए का संदिग्ध लेनदेन भी दर्ज किया गया है, जिसमें दिलीप सोनी, मनोज, गौरीशंकर और अन्य आरोपित हैं। इनमें भी कर्नाटका बैंक की ओर से ही शिकायत की गई है।