उज्जैन। पंचांगीय गणना के अनुसार नवग्रहों में अपना विशेष स्थान रखने वाले दो ग्रह शनि व गुरु मार्गी हो रहे हैं। न्याय के अधिपति शनि 143 दिन बाद अपनी ही राशि मकर में सोमवार को मार्गी होंगे। वहीं देवगुरु बृहस्पति 18 अक्टूबर को मार्गी होंगे। एक सप्ताह में दो विशिष्ट ग्रहों के मार्गी होने से बाजार में बदलाव नजर आएगा। मौद्रिक नीति व बैंकिंग सेक्टर में अंतर दिखाई देगा। विभिन्न राशि के जातकों को भी फायदा मिलेगा, उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सोमवार को शनि का मकर राशि में मार्गी होना विशेष परिवर्तन का चक्र निर्मित करेगा। क्योंकि बीते 143 दिन से वृक्रगत होकर परिभ्रमण कर रहे शनि अपनी ही राशि मकर में मार्गी होने से राहत प्रदान करेंगे। विभिन्न राशि वाले जातकों को सुखद अनुभव होगा। कुछ जातकों के रोग, दोषों की निवृत्ति होकर बाधाओं का निवारण होगा।
धनु राशि
– शनि ग्रह के मार्गी होते ही पूर्व से चले आ रहे धनु राशि वाले जातकों की साढ़े साती का अंतिम ढैया लाभकारी रहेगा। कार्यों में गति आएगी तथा मानसिक शांति का अनुभव होगा। भाग्य उन्नति के साथ साथ आर्थिक प्रगति और विदेश यात्रा पर जाने के योग बनेंगे।
मकर राशि
– मकर राशि वाले जातकों के लिए द्वितीय ढैया रहेगा, यह रोग, दोष से निवृत्ति देकर मांगलिक कार्यों के योग बनाएगा तथा परिवार में सुखशांति प्रदान करेगा।
कुंभ राशि
– कुंभ राशि वाले जातकों के लिए व्यापार व व्यवसाय के नए रास्ते खुलेंगे। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी तथा नए कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे।
कर्क राशि
– आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। नया कार्य शुरू करने से लाभ होगा। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। खूब मान- सम्मान मिलेगा। पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग बन रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। वाहन सुख में वृद्धि होगी।
कन्या राशि
– नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। नौकरी और व्यापार में लाभ के योग बन रहे हैं। आध्यात्मिक कार्यों में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा। कन्या राशि के जातकों के लिए शनि का मार्गी होना किसी वरदान से कम नहीं है।
बनेंगी ये योजना
बृहस्पति के मार्गी होते ही बैंकिंग सेक्टर में विशेष प्रकार के परिवर्तन दिखाई देंगे। लोन से संबंधित मामलों के लिए आने वाले चार माह अनुकूल रहेंगे। महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए मौद्रिक नीति बनाने के लिए नई योजनाएं शुरू होगी। इसका आसार बाजार में सकारात्मक परिणाम दर्शाएगा।