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Corona के नए वोरिएंट मिलने से मचा हड़कंप,डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक,केंद्र सरकार ने दी चेतावनी

नई दिल्ली। दुनिया में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट में एक बार फिर दस्तक दे दी है और इस कारण कई देशों में दहशत भी है। दक्षिण अफ्रीका में नए वेरिएंट की खबर आने के बाद अब यह पता चला है कि कोरोना वायरस का ये वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और दक्षिण अफ्रीका के बाद इस वेरिएंट से संक्रमित मरीज बोत्सवाना और हांगकांग में भी मिले है। ऐसे में एहतियात के तौर पर भारत में भी केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है और दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है।

 

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का नाम B.1.1 रखा गया है, जो अब कई देशों में पैर पसार रहा है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह अनुपचारित एचआईवी-एड्स रोगी से विकसित हुआ है। लंदन के यूसीएल जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के निदेशक फ्रांस्वा बलौक्स ने कहा है कि पुराने संक्रमण के दौरान इसके विकसित होने की संभावना बनी रहती है। इस स्टेज में यह कितना संक्रमण फैला सकता है, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। B.1.1 वेरिएंट को लेकर अभी और अधिक शोध की जरूरत है और इससे संक्रमित मरीजों की बारीकी से निगरानी और विश्लेषण किए जाने के जरूरत है।

 

B.1.1 वेरिएंट के अभी तक 1200 से ज्यादा संक्रमित दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग में अभी तक कोरोना वायरस के इस वेरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या 1200 से ज्यादा हो चुकी है और इन आंकड़ों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस के इस वेरिएंट पर मौजूदा कोरोना वैक्सीन काम करेगी या नहीं, इस बारे में अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी।

 

खतरे को लेकर केंद्र सरकार ने जारी की चेतावनीकोरोना वायरस के नए वेरिएंट के बारे में केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी करते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से इन देशों से आने वाले या वहां से गुजरने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्त स्क्रीनिंग और स्क्रीनिंग करने के लिए कहा। केंद्र सरकार द्वारा जारी चेतावनी में कहा गया है कि इन देशों में गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभावों वाले कोविड-19 के नए रूप सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों या प्रधान सचिवों या सचिव (स्वास्थ्य) को लिखे पत्र में यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि संक्रमित पाए गए यात्रियों के नमूने तुरंत जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं में भेजे जाएं।

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