इंदौर। ट्रक चालक कृष्णेंद्र उर्फ बबलू के हत्यारे भय्यू और रिजवान कुरैशी को बाणगंगा थाना पुलिस ने देवास से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने बबलू की नींद में हत्या करना स्वीकार लिया है। जिस चाकू से हाथ-पैर काटे उसे शिप्रा नदी में फेंक दिया था।
बाणगंगा थाना टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक, आरोपित रिजवान मूलत: सारंगपुर का रहने वाला और भय्यू उर्फ इरशाद राजगढ़ का है। आरोपित हत्या के बाद देवास में छुपे हुए थे। पुलिस ने दोनों के स्वजन को हिरासत में लिया था। खबर मिली थी कि आरोपित वकील के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर होने की फिराक में थे। आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया और रिजवान के भाई की बात करवाई। आरोपितों ने बताया कि टोंककला में मुरसुदा मस्जिद के पास रहने वाली रिश्तेदार के घर में छुपे हुए हैं। पुलिस ने दोनों की लोकेशन निकाली और देर रात दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।
दो दिन पहले ही घर में छुपा दिया था चाकू – पूछताछ में बताया आरोपितों ने कृष्णेंद्र की पत्नी सुनीता उर्फ सोनू के कहने पर हत्या की थी। रिजवान ने दो दिन पहले ही घर में चाकू छुपा दिया था। 5 फरवरी को उसने सुनीता को नींद की गोलियां लाकर दे दी। उसने दाल में कृष्णेंद्र को गोलियां खिला दी। गहरी नींद में सोने के बाद सोनू ने दोनों को बुला लिया। भय्यू ने पहले पत्थर मारा और फिर गर्दन पर चाकू मारा। सांस बंद होने के बाद एक हाथ कंधे से काटा दूसरा कोहनी के पास से अलग कर दिया। इसके बाद घुटनों के पास से पैर भी काट डाले। टीआइ के मुताबिक, आरोपितों ने कहा कि चाकू शिप्रा नदीं में फेंक दिया था। पुलिस सोमवार को नदी में चाकू ढूंढने जाएगी।