भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर सियासत तेज हो गई है। कई जिलों में जिला अध्यक्ष पद पर फिर से पुराने चेहरों की वापसी की संभावना है, जबकि कुछ जिलों में वर्तमान जिला अध्यक्ष अपने समर्थकों के जरिए फिर से अपनी ताजपोशी की कोशिशों में जुटे हैं। प्रदेश के कुछ बड़े जिलों में, खासकर बुंदेलखंड के केंद्र सागर जिले में, जिला अध्यक्ष के पद को लेकर सियासी घमासान बढ़ा हुआ है। इस बीच, प्रदेश के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से बंद कमरे में मुलाकात की, जो कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति से जुड़ी बताई जा रही है।
सागर जिले में जिलाध्यक्ष पद पर सियासी घमासान
सागर जिले में बीजेपी के जिला अध्यक्ष पद को लेकर सियासी खींचतान जारी है। वर्तमान जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया के नाम पर कुछ नेता सहमत नजर आ रहे हैं, जबकि कुछ वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अपने-अपने समर्थकों के लिए पद की दौड़ में जुटे हैं। सूत्रों के अनुसार, गौरव सिरोठिया का नाम सागर के एकमात्र मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से मेल खाता है, और मंत्री ने उनके नाम को आगे बढ़ाया है। वहीं, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह की ओर से सागर के पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह का नाम सामने आया है। इसके अलावा, पूर्व विधायक हरवंश राठौर भी जिलाध्यक्ष बनने के लिए प्रयासरत हैं।
गोपाल भार्गव और वीडी शर्मा की मुलाकात
साल के पहले दिन, पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव ने भोपाल में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से आधे घंटे तक बंद कमरे में मुलाकात की। सागर में बीजेपी बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सह संयोजक अनिल तिवारी को भार्गव का समर्थक माना जाता है, जो जिलाध्यक्ष बनने की कोशिश में हैं। इस मुलाकात के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन यह चर्चा सागर से लेकर भोपाल तक सियासी गलियारों में हो रही है।
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पर बीजेपी में मंथन
बीजेपी कई जिलों में अपने कुछ जिलाध्यक्षों को फिर से नियुक्त कर सकती है, हालांकि मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद कई शिकायतें बीजेपी की चुनाव अभियान समिति के पास पहुंची हैं। राजधानी भोपाल, इंदौर और जबलपुर में भी जिला अध्यक्ष के पद को लेकर सियासी हलचल देखने को मिल रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी दिनों में बीजेपी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की पहली सूची जारी कर सकती है। मध्य प्रदेश में बीजेपी 60 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति करती है।