भोपाल। मप्र चिकित्सक महासंघ के बैनर तले स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के डाक्टरों द्वारा की जा रही हड़ताल स्थगित हो गई। चिकित्सा महासंघ के पदाधिकारियों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे हड़ताल स्थगित करने का ऐलान किया। इससे पहले चिकित्सा महासंघ के पदाधिकारियों की चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ भी आज सुबह बैठक हुई। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने महासंघ की मांगों को लेकर हाईपावर कमेटी बनाने पर सहमति जताई। साथ ही यह भी कहा कि ये कमेटी समय सीमा में विचार कर रिपोर्ट देगी।
इससे पहले आज सुबह डाक्टरो की हड़ताल की वजह से शासकीय अस्पतालों में सन्नाटा पसरा नजर आया। सुबह नौ बजे ओपीडी शुरू होती है, लेकिन अस्पतालों में डाक्टरों के चेंबर खाली नजर आए। राजधानी के जेपी अस्पताल में सुबह जब मरीज पहुंचे तो उनके इलाज के लिए चिकित्सा इंटर्सं को ड्यूटी पर लगाया गया। जेपी अस्पताल में अभी आयुष और प्रशिक्षु डाक्टरों ने संभाला काम। वहीं हमीदिया अस्पताल में 75 सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई। हालांकि हमीदिया में कुछ देर के लिए सुरक्षाकर्मी ओपीडी में आने वाले मरीजों को गेट से ही वापस लौटाते नजर आए।
सुबह करीब ग्यारह बजे भोपाल के संभागायुक्त माल सिंह और जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया हमादिया अस्पताल पहुंचे और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान वह अस्पताल के जनरल वार्ड में भी गए और भर्ती मरीजों से उनका हालचाल जाना। डाक्टरों की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की और जूनियर डाक्टर, सेवारत पीजी डाक्टर, बंधपत्र के तहत अस्पतालों में पदस्थ डाक्टरों को ड्यूटी पर लगाया गया। जरूरत पर निजी अस्पतालों के चिकित्सकों की भी मदद ली जाएगी