ग्वालियर। भारत में 70 साल बाद बसाए गए चीतों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए श्योपुर जिले के कूनो पालपुर में सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल बनाया जाएगा। अस्पताल के लिए टेंडर प्रक्रिया हो चुकी थी। अब निर्माण शुरू करने के लिए डीएफओ पीके वर्मा ने वर्क आर्डर जारी कर दिए हैं। यह प्रदेश का पहला सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल है। इसकी डिजाइन साउथ अफ्रीका के चीता संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञ डाक्टर्स डा. एड्रियन और लारी मार्कर ने तैयार की है। इससे चीतों को विशेष स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगीं।
कूनो नेशनल पार्क में पिछले वर्ष चीतों को बसाया गया है। हमारे देश में सात दशक बाद अफ्रीकी चीतों के रूप में लुप्त हुई बिग कैट की पांचवीं प्रजाति का संरक्षण किया जा रहा है। चीतों को कूनो नेशनल पार्क में स्वस्थ्य और सुरक्षित रखने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। सुपर स्पेशलिटी वेटनरी अस्पताल भी इसी का हिस्सा है। अस्पताल में आधुनिक आपरेशन थियेटर तैयार किया जाएगा। अस्पताल के निर्माण पर करीब एक करोड़ 77 लाख रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जाएगी। इसके निर्माण के लिए पार्क प्रबंधन ने टेंडर प्रक्रिया पहले ही कर ली थी। अब साइट विजिट और वर्क आर्डर जारी किए गए हैं।
यहां बता दें, पालपुर में बनाए जा रहे सुपर स्पेशिलिटी वेटनरी अस्पताल में कूनो नेशनल पार्क के चीतों के अलावा दूसरे जानवारों को भी इलाज मुहैया करवाया जाएगा। यहां चीतों के अलावा अन्य जानवरों का किसी भी बीमारी की स्थिति में बेहतर इलाज किया जाएगा। अस्पताल की डिजाइन साउथ अफ्रीका के विशेषज्ञों ने तैयार की है। ऐसे में इसके निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया के बाद पार्क प्रबंधन ने एक-एक बारीकी पर नजर रखी है। इस अस्पताल के निर्माण के दौरान डिजाइन पर साउथ अफ्रीका के विशेषज्ञ भी पूरी नजर रखेंगे। बताया गया है कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में जो आधुनिक आपरेशन थियेटर बनाया जाएगा, उस तरह का आपरेशन थियेटर प्रदेश के किसी भी वेटनरी अस्पताल में नहीं है।